अच्छे गुण अपनाने के लिए बाल्यावस्था सबसे महत्वपूर्ण : डा. गांधी
अन्तर्राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी महोत्सव ‘क्वेस्ट-2017’ का दूसरा दिन
विज्ञान एवं कला का अद्भुद संगम दिखा सी.एम.एस. के बायोटेक महोत्सव में
लखनऊ: सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी महोत्सव ‘क्वेस्ट-2017’ का दूसरा दिन खासा ज्ञानवर्धक रहा, जिसमें प्रख्यात विद्वानों व वैज्ञानिकों ने अपने सारगर्भित व्याख्यानों से जैव प्रौद्योगिकी को जानने, समझने व मानवता के कल्याण में इसके सदुपयोग की लहर प्रवाहित की तो वहीं दूसरी ओर 7 देशों से पधारे छात्रों ने विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं जैसे वाद विवाद, मूवी मेकिंग, जस्ट-ए-मिनट, पॉवर प्वाइंट प्रजेन्टेशन एवं क्रिएटिव राइटिंग के माध्यम से अपनी प्रतिभा का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। विदित हो कि क्वेस्ट-2017 में रूस, जार्डन, कजाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल एवं भारत से पधारे लगभग 500 बाल वैज्ञानिक विभिन्न प्रतियोगिताओ के माध्यम से जैव प्रौद्योगिकी के अपने ज्ञान का प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे पहले अन्तर्राष्ट्रीय क्वेस्ट-2017 के दूसरे दिन का उद्घाटन प्रो. पी. के. सेठ, पूर्व सी.ई.ओ., बायोटेक पार्क, लखनऊ एवं प्रो. कृष्णा मिश्रा, ऑनरेरी प्रोफेसर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं फेलो, नेशनल एकेडमी ऑफ साइन्स, द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर प्रतिभागी छात्रों को सम्बोधित करते हुए प्रो. पी. के. सेठ ने जहाँ ‘ब्रेन डिसआर्डर’ चिकित्सा में बायोटेक्नोलॉजी की भूमिका पर प्रकाश डाला तो वहीं दूसरी ओर प्रो. कृष्णा मिश्रा ने ‘लेटेस्ट इनोवेशन इन नैनो बायोटेक्नोलॉजी’ विषय पर कीनोट एड्रेस देते हुए सारगर्भित व्याख्यान दिया एवं मानवता के विकास में इसके योगदान पर प्रकाश डाला।
समारोह में देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि उद्देश्यविहीन शिक्षा ने मानव जीवन को भी उद्देश्यविहीन कर दिया है। उन्होंने छात्रों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि अच्छे गुणों को अपनाने के लिए बाल्यावस्था सबसे महत्वपूर्ण अवस्था होती है। इसलिए आज के युग की आवश्यकता के अनुरूप आप अपने दृष्टिकोण को विश्वव्यापी बनाएं। ‘क्वेस्ट-2017’ के अन्तर्गत प्रतियोगिताओं का दौर सीनियर वर्ग की वाद विवाद प्रतियोगिता से प्रारम्भ हुआ, जिसमें देश-विदेश से पधारे प्रतिभागियों ने जोरदार प्रदर्शन कर प्रतियोगिता को यादगार बना दिया। ‘आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स इज टेकिंग ओवर ऑवर लाइव्स’ विषय पर आयोजित इस प्रतियोगिता का संचालन श्री डेनियल सुब्बा ने किया। प्रतियोगिता में 46 छात्र टीमों ने प्रतिभाग किया एवं अपने सारगर्भित एवं तथ्य परक विचारों से सभी को गद्गद् कर दिया। प्रत्येक टीम से एक छात्र सदस्य को पक्ष या विपक्ष में बोलना था और इसके लिए तीन मिनट का समय दिया गया। जूनियर वर्ग की मूवी मेकिंग प्रतियोगिता भी आज विशेष आकर्षण का केन्द्र जिसमें देश-विदेश से पधारी 34 छात्र टीमों ने एक से बढ़कर लघु फिल्में बनाकर अपनी कलात्मकता व रचनात्मक सोच की छाप छोड़ी। ‘मैन्स जर्नी – फ्राम स्टोन एज टू स्पेस एज’ विषय पर आयोजित इस प्रतियोगिता में छात्रों की प्रतिभा देखते ही बनती थी। प्रतिभागी छात्रों को प्रतिभा प्रदर्शन हेतु एक घंटे का समय दिया गया तथापि रचनात्मकता, विषय का ज्ञान एवं ओवरऑल प्रेजेन्टेशन पर अंक दिये गये। प्रतियोगिता में निर्णायकों की भूमिका श्री शैलेन्द्र तिवारी, श्री पंकज अरोड़ा एवं श्री जसविन्दर ने निभाई।
अपरान्हः सत्र में आयोजित ‘जस्ट-ए-मिनट’ प्रतियोगिता भी काफी दिलचस्प रही, जिसमें प्रदूषण, टेक्नोलॉजी तथा जेनेटिक्स आदि विषयों में छात्रों का ज्ञान व अभिव्यक्ति क्षमता देखते ही बनती थी। इस रोचक प्रतियोगिता में छात्रों को 1 मिनट में अपनी बात कहनी थी और वह भी इस शर्त के साथ कि विचारों का दोहराव नहीं होना चाहिए। प्रतियोगिता में 41 प्रतिभागी छात्रों के सारगर्भित विचारों से निर्णायक मंडल समेत सभी लाजबाब हो गये। इसी प्रकार पॉवर प्वाइन्ट प्रजेन्टेशन प्रतियोगिता के माध्यम से देश-विदेश से पधारे छात्र-छात्राओं ने कम्प्यूटर के माध्यम से हेल्थ बायोटेक्नोलॉजी में अपने ज्ञान व क्षमता का भरपूर प्रदर्शन किया। देश-विदेश की लगभग 44 छात्र टीमों ने इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया एवं दुनिया भर के लोगों को बायोटेक की उपयोगिता से परिचित कराया। क्रिएटिव राइटिंग प्रतियोगिता में भी देश-विदेश के छात्रों ने खूब बढ़-चढ़कर भाग लिया एवं विज्ञान पर आधारित अपनी लेखन क्षमता की अभूतपूर्व छाप छोड़ी। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बायोटेक्नोलॉजी महोत्सव ‘क्वेस्ट-2017’ के अन्तर्गत देश-विदेश से पधारे बाल वैज्ञानिक कल 5 अगस्त, शनिवार को टर्नकोट, क्रिएटिव राइटिंग, जिंगल, पेन्सिल स्केचिंग (डूडलिंग), माइम आदि प्रतियोगिताओं में अपने ज्ञान का प्रदर्शन करेंगे।