अगर घर में पत्नी रोज करेगी ये एक काम तो पति होंगे मालामाल
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही है कि हमारे जीवन में ग्रह हमेशा से अपना बहुत ज्यादा प्रभाव डालते आए है हम चाहे कितनी ही मेहनत क्यों न कर लें अगर हमारे 9 ग्रह सही स्थिति में नही होते है तो वे हमे अशुभ फल ही प्रदान करते है दोस्तों हमेशा से ही महिलाओ को पुरुषो की अर्धागिनी कहा जाता है यानी कि अगर महिलाएं अपने जीवन में कुछ काम कर लें तो वह उस पुरुष के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है और उस व्यक्ति के ग्रह को उस व्यक्ति के ग्रह के जो दोष है वे भी समाप्त हो जाते है इसलिए शास्त्रों में ऐसे भी उपाय बताए गए है जिनको अगर पत्नी सच्चे मन से कर लेती है तो उस घर में देवी का वास होता है.
ऐसा भी कहा जाता है कि धन की देवी महालक्ष्मी भी उसी घर में रहती है जिस घर में उसकी कद्र होती है और जिस घर में देवी लक्ष्मी को उच्च स्थान दिया जाता है इसके साथ ही महिलाओं को भी लक्ष्मी का रूप माना गया है और अगर घर की बहु बेटी घर के लिए कुछ ऐसा करे जिससे धन की देवी लक्ष्मी उससे नाराज नही होती है और उसके जीवन में ढेरो सारी खुशियाँ लेकर आती है आज हम आपको एक ऐसे उपाय के बारे में बताने जा रहे है जिससे आपके पति को फायदा होगा.
दोस्तों घर की महिलाओ को सुबह जल्दी उठना चाहिए और उठते ही सबसे पहले अपने दोनों हाथो को जोडकर धरती माता को प्रणाम करना चाहिए इसके बाद स्नान आदि करके अपने घर के पूजा घर की साफ़ सफाई अच्छे से कर लें और उसके बाद तांबे के लोटे में जल भरकर पूजा घर में रख लें और अशोक के पत्तो को उस जल के अंदर रखकर पुरे घर का छिडकाव करे.
इसके अलावा रोजाना सुबह कच्चा दूध तुलसी को अर्पित कर अपने घर व् पति के लिए अच्छी मनोकामनाएं मांगे. ऐसा कहा जाता है कि सुबह सुबह लक्ष्मी धरती का भ्रमण करने के लिए आती है और जिस घर में इस तरह के काम होते है और स्वच्छता होती है और घर की महिलाएं ये कार्य करती है तो घर की लक्ष्मी उस घर में प्रवेश कर जाती है और उस घर की होकर रह जाती है जिस घर में सुबह सुबह ये काम किए जाते है उस घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है.
ये बात तो आप सभी जानते ही है कि घर की बहु को घर की देवी कहा जाता है प्राचीन काल से ही नारी को लक्ष्मी का रूप माना गया है जिस घर में नारी सुखी होती है वह घर स्वर्ग समान होता है और जिस घर में स्त्री दुखी होती है वह घर नर्क समान हो जाता है इसलिए तो स्त्री जो भी अच्छे कर्म करती है उसका फल उसके पति व् परिवार को मिलता है और इसी तरह स्त्री अगर कुछ गलत काम करती है तो उसका पूरा परिणाम भी उसके परिवार को ही भोगना पड़ता है.