अजब-गजब

इस महिला का शरीर जलने पर भी नहीं होता है दर्द!

71 वर्षीय जो कैमरन कई बार आयरन करते हुए जल जाती हैं लेकिन उन्हें तब पता चलता है जब हाथ से जलने की गंध आती है. वह अक्सर ओवन में अपना हाथ जला बैठती हैं लेकिन उन्हें दर्द का एहसास नहीं होता जो उन्हें अलर्ट कर सके.

जो दुनिया के उन दो लोगों में से एक हैं जिन्हें जेनेटिक म्यूटेशन की दुर्लभ बीमारी है. इसका मतलब है कि जो कैमरन को कभी दर्द महसूस नहीं होता है. दर्द ही नहीं, उन्हें कभी चिंता या डर भी नहीं लगता है.

65 साल की उम्र में कैमरन को पता चला कि वह दूसरों से अलग हैं. जब डॉक्टरों ने उनके हाथ की एक सर्जरी की तो उन्होंने पेनकिलर का सुझाव दिया. हालांकि, डॉक्टर यह जानकर हैरान रह गए कि कैमरन को इतने बड़े ऑपरेशन के बाद किसी भी तरह के पेनकिलर की जरूरत नहीं है. इसके बाद डॉक्टरों ने महिला को जेनेटिक टेस्टिंग के लिए भेज दिया. टेस्ट के बाद पता चला कि कैमरन को अधिकतर लोगों की तरह दर्द महसूस नहीं होता है.

वैज्ञानिकों का मानना है कि जीन म्यूटेशन की वजह से कैमरन को दर्द का एहसास नहीं होता है. ये जीन दर्द का सिग्नल भेजने, मूड तय करने और याद्दाश्त को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं. इस केस के सामने आने के बाद मेडिकल की दुनिया में क्रोनिक पेन से प्रभावित लोगों के लिए इलाज मिलने की भी संभावना जताई जा रही है.

कैमरन इनवरनेस में रहती हैं और अध्यापक रह चुकी हैं. इससे पहले कैमरन का हाथ टूटा, कई जख्म हुए, बच्चे को जन्म दिया और कई सर्जरी से भी होकर गुजरीं लेकिन कभी दर्द का एहसास ही नहीं किया. बच्चे को जन्म देने के बाद वह अपनी सहेलियों को बताती थीं कि यह इतना भी खतरनाक और दर्द से भरा अनुभव नहीं होता है.

कैमरन को अपने हाथ जलने का पता दर्द से नहीं बल्कि जलने की गंध से चलता है. कैमरन केवल दर्द महसूस करने में ही अक्षम नहीं हैं बल्कि वह कभी घबराती नहीं हैं. दो साल पहले जब एक वैन ने उन्हें टक्कर मारी तो वह बिल्कुल घबराई नहीं. यहां तक कि वह कांपते हुए ड्राइवर को शांत कराने लगीं. बाद में कैमरन ने खुद को आईं चोट पर ध्यान दिया. कई स्ट्रेस टेस्ट में उनका स्कोर जीरो रहा. कैमरन कहती हैं, मुझे पता था कि मैं खुश रहती हूं लेकिन मुझे कभी यह अंदाजा नहीं लगा कि मैं कुछ अलग हूं. मुझे लगता था कि यह मैं ही हूं. 65 की उम्र में मुझे सच्चाई पता चली.

गुरुवार को प्रकाशित हुए ब्रिटिश जर्नल ऑफ एनेस्थीसिया में इस मामले को प्रकाशित किया गया है. डॉक्टरों की टीम ने कैमरन के डीएनए की जांच की ताकि पता लगाया जा सके कि वह इतनी असामान्य क्यों हैं. डॉक्टरों ने दो अहम म्यूटेशन का पता लगाया. दोनों म्यूटेशन दर्द और तनाव को दबा देते हैं. इसके अलावा ये म्यूटेशन खुशी, भुलक्कड़पन को बढ़ावा देते हैं और जख्म जल्दी भरने में मदद करते हैं.

जब शोधकर्ताओं ने कैमरन को इसकी जानकारी दी तो उन्हें अतीत के सारे अनुभव याद आने लगे. जब 8 साल की उम्र में उनका हाथ टूट गया था तो कई दिनों तक किसी को नहीं बताया था लेकिन हड्डी अजीब एंगल में सेट होने लगी थी. इसके अलावा वह काफी सारी हरी मिर्ची खा सकती थीं. उनको कभी चोट लगती तो उनके घाव भी हमेशा जल्दी भर जाते थे.
कैमरन ने बताया, मैं काफी हैरान थी जब मुझे इसका पता चला. इसके बाद डॉक्टरों ने मुझे खुशी और भुलक्कड़पन के बारे में बताया. उन्होंने कहा, मैं हमेशा से चीजें भूलती रही हूं. मैंने हमेशा से ऐसा किया है. यह कई मायनों में अच्छा है लेकिन कुछ मामलों में नहीं. मुझे कभी भी किसी तरह का अलर्ट नहीं मिलता जैसे दूसरे लोगों को मिलता है.

इस मामले पर स्टडी कर रहे शोधकर्ता जेम्स कॉक्स ने कहा, कई मामलों में म्यूटेशन की वजह से लोगों को दर्द महसूस नहीं होता है. मरीज को पूरी तरह से दर्द के प्रति संवेदनशीलता खत्म नहीं होती है. हालांकि, जब वे युवा होते हैं तो वे अपनी जीभ काट लेते हैं या अपनी अंगुलियां चबा लेते हैं क्योंकि उन्हें पता ही नहीं चलता है कि ये खतरनाक है.

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