एम्बुलेंस कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही, दर्द से तड़पती रही प्रसव पीड़ित महिला
सहारनपुर : एक ओर जहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लोगों के बेहतर इलाज देने की लाख कोशिशे कर रहे है। वहीं दूसरी ओर उनके ही कर्मचारी उनकी कोशिशों का पलीता करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे। ताजा मामला सहारनपुर के गंगोह इलाके का है। जहां रूपा नाम की गर्भवती महिला की जब प्रसव पीड़ा के कारण हालत बिगड़ी तो उसके लिए एम्बुलेंस ही उपलब्ध नहीं हो पाई। महिला के पति का आरोप है कि जब उन्होंने 102 और 108 नंबर पर फोन किया और महिला को गंगोह प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र से सहारनपुर जिला अस्पताल ले जाने के लिए मदद मांगी तो उन्हें जवाब मिला की उनकी सभी एम्बुलेंस में ईंधन नहीं है। जिसकी वजह से वो महिला को सहारनपुर अस्पताल तक ले जाने में असमर्थ थे। महिला के पति ने गंगोह स्वस्थ्य केंद्र पर तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों से गुहार लगाई मगर उसको कोई भी मदद नहीं मिली। इसी दौरान महिला की हालत बिगड़ती चली गई और आनन-फानन में महिला का पति मोनू उसको प्राइवेट वाहन में सहारनपुर जिला अस्पताल लेकर पंहुचा जहां उसको भर्ती करवाया गया। महिला की हालत नाजुक बनी हुई है और उसका इलाज किया जा रहा है।
वहीं इस लापरवाही पर जिले के CMO साहब ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा की गंगोह में चार एम्बुलेंस है जिनमें से 2 खराब है और 2 चिकित्सीय सेवाओं में लगी हुई हैं। CMO से जब मीडिया कर्मियों ने सवाल किया कि102 और 108 में ईंधन खत्म होने की बात ड्राइवर ने कहीं है तो उन्होंने कहा कि जिस जगह से एम्बुलेंस में ईंधन डलवाया जाता है वह सर्वर खराब होने की वजह से ईंधन नहीं डाला जा सका, फिर भी वो इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच करवाएंगे और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।