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ओला -ऊबर का विलय करा सकती है जापानी निवेशक कंपनी सॉफ्टबैंक

ऐप आधारित टैक्सी सेवा प्रदाता ओला और ऊबर में एक बार फिर विलय को लेकर बातचीत शुरू होने की खबर है. दोनों कंपनियों में निवेश करने वाली जापानी निवेशक कंपनी सॉफ्टबैंक की ओर से यह कोशिश की जा रही है.ओला के प्रवक्ता ने भी अपने विस्तार के लिए ओला हमेशा सक्रियता से संभावनओं की तलाश करने और सॉफ्टबैंक के अलावा दूसरे निवेशक की इच्छा के संकेत दिए.ओला -ऊबर का विलय करा सकती है जापानी निवेशक कंपनी सॉफ्टबैंक

मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में दोनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने पिछले कुछ महीनों में कई बार मुलाकात हो चुकी है. सॉफ्टबैंक दोनों ही कंपनियों में सबसे बड़ा निवेशक है और वही मध्यस्थता कर रहा है.बता दें कि कैब ऐग्रिगेटर कंपनी ऊबर टेक्नॉलजीज इंक ने अपने साउथ ईस्ट एशिया ऑपरेशन्स ग्रैब को बेचने का फैसला कर लिया है. समझौते के तहत ग्रैब फूड डिलिवरी सर्विस ऊबरईट्स सहित ऊबर के सभी ऑपरेशनों को खरीदेगा. इसके बदले ऊबर को ग्रैब में 27.5 प्रतिशत स्टेक और इसके सीईओ दारा खुशरोशाही को ग्रैब के बोर्ड में जगह मिलेगी.

बता दें कि सॉफ्टबैंक ग्रैब और ऊबर, दोनों कंपनियों का सबसे बड़ा अंश धारक है. ऊबर और ग्रैब के साथ-साथ भारत की कैब ऐग्रिगेटर कंपनी ओला और चीन की कंपनी दीदी चुक्सिंग हर दिन 4.5 करोड़ सवारियां उपलब्ध कराती हैं. इन चारों कंपनियों में सॉफ्टबैंक की हिस्सेदारी है.

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