अद्धयात्म

कब लगती है नजर

आम तौर पर किसी काम के बिगड़ने पर कहा जाता है कि नजर लग गई। नजर लगने का क्या मतलब होता है।कब लगती है नजर

यह जानिये

दुनिया में तीन तरह की ऊर्जा काम करती है- सकारात्मक , नकारात्मक और उदासीन। यह ऊर्जा हमारी सोच , व्यवहार , आदत और शब्दों से बनती है। हमारे अपने शरीर और घर में आम तौर पर सकारात्मक ऊर्जा होती है। जब किसी के सोच , स्वभाव और सम्पर्क से हमारे ऊपर नकारात्मक असर पड़ जाता है तो इसे हम नज़र लगना कहते हैं। नज़र लगने से हमारे स्वास्थ्य , सोच और प्रगति पर कुछ क्षण के लिए रुकावट आ जाती है। यह रुकावट काफी तेज होती है और एकदम से बिना कारण सब रोक देती है।

क्या होता है प्रभाव जब घर में नज़र दोष की समस्या हो?

घर में नज़र दोष होने पर बिना कारण घर भारी लगता है. घर के लोगों में आपसी कलह और क्लेश बढ़ता जाता है. घर में बीमारियों में धन खर्च होता जाता है. आम तौर पर बार बार रोजगार में उतार चढ़ाव हो सकता है.

इस प्रकार होगा निवारण

घर में बिना कारण कूड़ा कबाड़ न रखें. घर के पूजा स्थान पर रोज शाम को दीपक जरूर जलाएं. नित्य प्रातः और सायं घर में गुग्गल या चन्दन की अगरबत्तियां जलाएं. घर के हर कमरे के दरवाजे पर ऊपर लाल रंग का स्वस्तिक लगाएं. सप्ताह में एक बार घर में कीर्तन , भजन या कोई धार्मिक पाठ करें. क्या होता है प्रभाव जब काम या रोजगार में नज़र दोष की समस्या हो. रोजगार पर संकट आता है. काफी लम्बे समय तक नौकरी के बिना रहना पड़ता है. कारोबार पर नज़र दोष के कारण , काम एकदम से ठप हो जाता है. बिना कारण के ऐसा लगने लगता है कि व्यवसाय बंद हो जाएगा. कारोबार में लगाया हुआ धन फंस जाता है. 

उपाय

नौकरी हासिल करने एक लोहे का छल्ला बाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करें. रोज सुबह घर से निकलते समय गुड़ खाकर निकलें
जहाँ तक हो सके अपने काम करने की मेज को बिलकुल साफ़ सुथरा रखें।

कारोबार के लिए

अपने कारोबार के स्थान पर एक लाल रंग के हनुमान जी की स्थापना करें. नित्य प्रातः उन्हें लाल फूल अर्पित करें और गुलाब की धूप बत्ती जलाएं. अपने कारोबार के स्थान पर नित्य प्रातः शंख में जल भरकर छिड़काव करें.

अगर किसी व्यक्ति को नज़र लग गयी हो तो उसके किस तरह के प्रभाव होते हैं ?

बिना कारण के व्यक्ति बीमार हो जाता है. कारण और निवारण दोनों समझ नहीं आते हैं. व्यक्ति का मन बिना कारण के अशांत और ख़राब हो जाता है. कभी कभी व्यक्ति अपने रिश्तों और चीज़ों को खुद ख़राब करने लगता है. जब भी ऐसा हो जाए, अपने थोड़े से बाल काट लें या दाढ़ी बना लें. इसके बाद केवड़ा जल डालकर स्नान कर लें. लाल मिर्च के एकाध बीज चबा लें. नज़र दोष से हमेशा बचे रहने के लिए चन्दन की सुगंध का प्रयोग करें. और घर से बाहर निकलते समय गुड़ खाकर जाएँ।

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