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कश्मीर के सभी घरो में तलाशे जा रहे हैं आतंकी, भारतीय सेना ने उतारे 4 हजार जवान

आतंकियों के सफाए के लिए वीरवार को दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में व्यापक पैमाने पर सर्च आपरेशन चलाया गया। इलाके में स्थानीय और विदेशी आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर 20 गांवों को घेरे में लेकर 4000 से अधिक जवानों ने घर-घर तलाशी ली।
कश्मीर के सभी घरो में तलाशे जा रहे हैं आतंकी, भारतीय सेना ने उतारे 4 हजार जवान
हेलीकाप्टर तथा ड्रोन की मदद ली गई। खास बात यह रही कि सुरक्षा बलों ने गांव के लोगों को खुले में बुलाकर घर-घर सर्च आपरेशन चलाया। हालांकि, लगभग आठ घंटे तक चले आपरेशन में कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई। 1990 के बाद पहली बार इतने व्यापक पैमाने पर सर्च आपरेशन चलाया गया है।

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सर्च आपरेशन के विरोध में कई स्थानों पर सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया। स्थिति बेकाबू होती देख सुरक्षा बलों ने पथराव कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। 

कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शन

सुरक्षा बलों की ओर से सुबह सात बजे आपरेशन शुरू किया गया। इस बात के इनपुट थे कि हाल ही में कुलगाम हमले तथा बैंक लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले आतंकी इलाके में छिपे हुए हैं। तलाशी अभियान के दौरान हाल ही में वायरल हुए वीडियो को शूट करने वाले स्थान को चिह्नित करने तथा वीडियो में दिख रहे आतंकियों की शिनाख्त की भी हिदायत दी गई थी।

इनपुट के बाद सुरक्षा बलों ने केशव, नागपाल, उरपोरा, हेफ श्रीमाल, मलदेरा, लाडी, तुर्क वानगाम, आरीपोरा तथा अन्य गांवों को घेरे में लिया। आतंकियों की मौजूदगी का पता लगाने के लिए हेलीकाप्टर और ड्रोन से भी निगरानी की गई। अभियान में सेना की 62 आरआर, 55 आरआर, 44 आरआर, एसओजी शोपियां, इमाम साहिब और जैनपोरा तथा 14 बटालियन सीआरपीएफ की टीम लगी थी। 

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दक्षिणी कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं की बाढ़ आ गई थी। चार दिन पहले आतंकियों ने कुलगाम में कैश वैन पर हमला कर सात लोगों की हत्या कर दी थी। इसमें पांच पुलिसकर्मी तथा दो बैंक के गार्ड थे।

बैंक लूट की तीन घटनाओं को अंजाम दिया। पुलवामा के पीडीपी जिलाध्यक्ष की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी। सुरक्षा एजेंसियों के पास इस बात के इनपुट थे कि इलाके में काफी तादाद में आतंकी घरों में छिपे हुए हैं। 

दक्षिण कश्मीर में आतंकी वारदातों में इजाफा

घर-घर तलाशी अभियान का सिलसिला 1990 के दशक में बंद हो गया था। सुरक्षा बलों ने वीरवार से इसकी दोबारा शुरुआत की।

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों को सार्वजनिक स्थान पर एकत्र कर सर्च आपरेशन चलाने के पीछे मकसद सिर्फ किसी प्रकार के नुकसान से बचाना था। 

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