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चर्चित मर्डर केस में लगी महिला होमगार्ड की नृशंस हत्या, कुंए में मिली लाश

archana-567632fcb9e4e_exlstविभूति खंड थाने में तैनात रही एक महिला होमगार्ड अर्चना रावत (30) की गढ़मुक्तेश्वर के सिंभावली इलाके में नृशंस हत्या करके शव कुएं में फेंक दिया गया। वह लुधियाना में दबिश की बात कहकर घर से निकली थी।

महिला होमगार्ड के घर से निकलने से दो दिन पहले नमन वर्मा हत्याकांड में तहकीकात करने पुलिस टीम के साथ सिंभावली रवाना की गई थी। एसएसपी ने पुलिस टीम व महिला होमगार्ड के कनेक्शन से इन्कार करते हुए कहा कि कॉल डिटेल से सच पता लगाएंगे।

सिंभावली क्षेत्र के गांव नयाबांस में किसान इरफान ने गन्ने के खेत के बीच स्थित कुएं में शनिवार को महिला का शव उतराते देखा। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव निकलवाया। कुएं के पास मिली जैकेट से आईडीबीआई बैंक का एटीएम कार्ड व लखनऊ से मुरादाबाद 16 दिसंबर की यात्रा का रेल टिकट व एक हजार रुपये मिले।

तहकीकात में शव की शिनाख्त लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र के विजयीपुर निवासी अर्चना रावत (30) के रूप में हुई। पुलिस ने फोन से उसके भाई कमलेश से बात की पता चला कि अर्चना होमगार्ड थी और लुधियाना में पुलिस टीम के साथ दबिश देने की बात कहकर घर से निकली थी।

चर्चित नमन वर्मा हत्याकांड की तहकीकात में विभूति खंड थाने के एसआई अभिषेक तिवारी के नेतृत्व में पुलिस की टीम 14 दिसंबर को सिंभावली के लिए रवाना हुई थी।

वहां एक होटल में छानबीन के साथ टीम को लुधियाना के विभिन्न स्थानों पर पड़ताल के निर्देश दिए गए थे। महिला होमगार्ड अर्चना रावत पुलिस टीम के रवाना होने के दो दिन बाद साहब के साथ लुधियाना में दबिश की बात कहकर घर से निकली थी।

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि अर्चना रावत पूर्व में विभूति खंड थाने में तैनात रही थी। उसकी पांच नवंबर को दोबारा तैनाती हुई लेकिन उसने थाने में आमद नहीं कराई बल्कि, चुनाव ड्यूटी करती रही। 13 दिसंबर को प्रधानी के चुनाव की मतगणना ड्यूटी के बाद वह न तो पुलिस लाइन लौटी और न ही थाने पहुंची।

अर्चना रावत के साथ विभूति खंड थाने में ड्यूटी करने वाली होमगार्ड सोनिया ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी कि अर्चना ने उससे ड्यूटी न करने की बात कही थी। बताया था कि बहन के घर जा रही है। इसके बाद से कोई संपर्क नहीं हुआ।

एसओ विभूति खंड ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि अर्चना की शादी सात साल पहले हुई थी। किन्हीं कारणों के चलते उसने पति से नाता तोड़ लिया और विजयीपुर में अपने भाई कमलेश, हरिश्चंद्र व सुरेंद्र के घर में अलग कमरे में रहती थी। एसओ का कहना है कि लुधियाना व सिंभावली में छानबीन के लिए भेजी गई पुलिस टीम लगातार संपर्क में है। अर्चना टीम के साथ नहीं थी।

होमगार्ड अर्चना रावत की सिंभावली इलाके में हत्या करके शव कुएं में फेंका गया। कुएं के पास जैकेट व खून से सना डंडा मिला है। नमन हत्याकांड में पुलिस टीम के रवाना होने के दो दिन बाद वह घर से निकली थी। जेब से मिला रेलवे टिकट भी 16 दिसंबर का है। संदेह है कि कोई करीबी उसे सिंभावली ले गया या उसे कॉल करके मुरादाबाद बुलाया गया था।

सिंभावली थाने में हत्या व साक्ष्य छुपाने का मुकदमा दर्ज करके तहकीकात की जा रही है। अर्चना के मोबाइल का कॉल डिटेल एकत्र किया जा रहा है। सिंभावली भेजी गई पुलिस टीम का भी कॉल डिटेल चेक किया जाएगा। कातिलों का पता लगाकर उन्हें पकड़ने में सिंभावली पुलिस के साथ लखनऊ पुलिस हर कोशिश करेगी।
राजेश कुमार पांडेय, एसएसपी

 

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