फीचर्ड

जस्थान की राजधानी में दूषित पानी का कहर, नल से टपकी मौत का तांडवरा

dirty_waterएंजेंसी/ राजस्थान की राजधानी में दूषित पानी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार सुबह शहर के गोपालपुरा बाईपास इलाके में दो और बच्चियों की मौत की खबर ने सरकार की नींद उड़ा दी है. रिद्धि-सिद्धि चौराहे के पास गणेश विहार कॉलोनी में दूषित पानी के इस मामले में आधा दर्जन से अधिक बच्चों की तबियत शुक्रवार को ही बिगड़ी थी. सभी को आसपास के अस्पतलों में भर्ती कराया गया. इनमें से दो बच्चियों की शनिवार सुबह मौत की सूचना से कॉलोनी में कोहराम मच गया. हालांकि बाद में इनमें से एक बच्ची की मौत की ही पुष्टि हुई. फिलहाल आधा दर्जन बच्चों का इलाज जारी है.

जयपुर के जामड़ोली स्थित विमंदित गृह में लापरवाही के चलते हुई दूषित पानी पीने से 12 बच्चों मौत हो गई थी. पिछले सप्ताह हुई इस दुखांतिका के बाद से सरकार ने प्रदेशभर के जिलों में बालगृहों का औचक निरीक्षण करवाया है. लेकिन राजधानी में अब फिर से दूषित पानी कहर बरपा रहा है. 

शुक्रवार को दूषित पानी पीने से 41 बचे बीमार हुए थे. सभी राजधानी से 20 किलोमीटर दूर जीतावाला गांव के थे. इनमें से 17 बच्चों को जयपुर के जेके लाेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 7 को बस्सी के सामुदायिक केंद्र में उपचार दिया जा रहा है. जबकि 17 अन्य बच्चों का चिकित्सा विभाग की ओर से मौके पर ही उपचार किया जा रहा है.

शनिवार को गोपालपुरा बाईपास के गणेश विहार में बीमार 7 बच्चों में से 8 साल की बच्ची कानू की मौत हो गई और 6 बच्चों का अभी इलाज चल रहा है.

कानू की मौत की सूचना के बाद चिकित्सा विभाग ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत कॉलोनी के बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने की कार्रवाई शुरू कर दी. करीब 11 बजे 108 एंबुलेंस के जरिए कॉलोनी के सभी बीमार बच्चों को अस्पताल ले जाना शुरू कर दिया गया. फिलहाल एक दर्जन से अधिक बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. 

गणेश विहार में शनिवार सुबह अस्पताल से पहली बुरी खबर मोतीलाल और कमला देवी की 8 साल की बेटी कानू की मौत की आई. कानू को शुक्रवार को तबियत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दस बजे तक एक और बच्ची की सूचना मिलने के बाद से कॉलोनी में हड़कंप मच गया, लोग घरों के बाहर जमा हो गए. आसपास के लोग, रिश्तेदारों का जमवाड़ा लगने लगा. हालांकि बाद में दूसरी बच्ची की मौत अफवाह साबित हुई. हालांकि बच्चों की तबियत में सुधार नहीं आने से अभी भी परिजनों की सांसे अटकी हुई हैं. 

गणेश विहार के घरो में दूषित पानी सप्लाई और उससे बीमार बच्चों की मौत् की खबर के बाद जलदाय विभाग की भी नींद टूट गई. शनिवार सुबह ही अधिकारियों ने मौके पर जेसीबी भेजते हुए पेयजल लाइन को खुदवाने का काम शुरू करवा दिया. साथ ही पानी के टेंकर भी कॉलोनी में पहुंचाए गए

Related Articles

Back to top button