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दिल्ली में रेल का बुनियादी ढांचा मजबूत करने के लिए मिले 444 करोड़

नई दिल्ली सहित राजधानी के अन्य रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने और रेल नेटवर्क को मजबूत करने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार गंभीर है।

नई दिल्ली। दिल्ली में रेल का बुनियादी ढांचा मजबूत करने के लिए 444 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे दिल्ली के स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने और मेगा टर्मिनल के निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ ही नई रेल लाइन बिछाने के काम में तेजी आएगी। इसके साथ ही रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की घोषणा तथा अन्य योजनाओं से भी दिल्ली को लाभ मिलेगा। नई दिल्ली सहित राजधानी के अन्य रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने और रेल नेटवर्क को मजबूत करने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार गंभीर है।

यही कारण है कि दिल्ली को मिलने वाले बजट में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली में रेल सुविधा बढ़ाने के लिए वर्ष 2009 से 2013 तक औसतन प्रति वर्ष 95 करोड़ रुपये आवंटित किए जाते थे। जिसमें अब 364 फीसद की बढ़ोतरी हो गई है। अगले वित्त वर्ष के लिए 444 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 के रेल बजट में दिल्ली को सिर्फ 208 करोड़ रुपये मिले थे। इस राशि से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं को और बेहतर करने के साथ ही पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के कायाकल्प करने के काम में तेजी आएगी। वहीं, वर्षो से अधर में लटके आनंद विहार व बिजवासन स्टेशन को मेगा टर्मिनल के तौर पर विकसित करने का काम भी आगे बढ़ेगा।

इन दोनों स्टेशनों के पुनर्विकास के काम के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसी तरह से शकूरबस्ती, सब्जी मंडी जैसे स्टेशनों का भी विकास होगा। दिव्यांगों का रखा गया ख्याल दिव्यांगों को सफर में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो इसके लिए 500 स्टेशनों पर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके तहत नई दिल्ली व पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों सहित दिल्ली-एनसीआर के स्टेशनों पर एस्क्लेटर व लिफ्ट की संख्या बढ़ाने के साथ ही उनके लिए सुविधाजनक शौचालय की व्यवस्था होगी।

सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का फैसला 7000 स्टेशनों पर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का फैसला किया गया है। दिल्ली के सभी बड़े स्टेशनों के साथ ही अन्य स्टेशनों पर भी सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है। इस काम में अब और तेजी आएगी। इसके साथ ही तिलक ब्रिज-नई दिल्ली पांचवीं व छठवीं लाइन बनाने तथा तुगलकाबाद से पलवल के बीच चौथी लाइन के काम में तेजी आएगी। 

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