स्वास्थ्य

दोबारा हुआ डेंगू तो अफसरों की खैर नहीं

भोपाल| मध्य प्रदेश बढ़ते सक्रामक रोगों की वजह से स्वास्थ्य महकमे की नींद उड़ी हुई हैं, तमाम कोशिशों के बाद भी aedes_aegypti_larvaeमरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गौरी सिंह ने घर में सर्वेक्षण के दौरान दोबारा डेंगू का लार्वा मिलने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर भी एक्शन लिए जाने की बात कही। राज्य में डेंगू, चिकनगुनिया और स्वाइन फ्लू की नियमित समीक्षा की जा रही है।

स्वास्थ्य महकमे की नींद उड़ी

सोमवार को भी स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गौरी सिंह ने दैनिक समीक्षा करते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में बार-बार डेंगू प्रभावित मरीज मिल रहे हैं उन क्षेत्रों में अब सख्ती बरती जाए और प्रभावित घरों पर सख्ती से फाइन किया जाए। गत दो अक्टूबर को डेंगू की जांच के 32 सेंपल भेजे गए थे, जिसमें केवल सात पॉजिटिव पाए गए।

प्रमुख सचिव ने संक्रामक रोगों की सिलसिलेवार समीक्षा करते हुए कहा कि जहां पर डेंगू के प्रकरण मिल रहे हैं, उस संपूर्ण क्षेत्र को प्रभावित मानकर कार्रवाई की जाए। सर्वे के दौरान दोबारा डेंगू का लार्वा मिलने पर तुरंत जुर्माना करें। जुर्माना अधिकतम 500 रुपये तक किया जा सकेगा।

बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश के 46 जिले में एक अप्रैल से अब तक कुल 989 डेंगू के मरीज पाए गए हैं, जिनमें से डेंगू के 145 मरीज प्रदेश के विभिन्न अस्पताल में वर्तमान में उपचार करा रहे हैं। रविवार दो अक्टूबर को डेंगू की जांच के लिए 32 नमूने भेजे गए थे, जिसमें केवल सात ही पॉजिटिव पाए गए हैं।

इसी प्रकार से चिकनगुनिया के एक अप्रैल से अब तक 24 जिले में 150 मरीज मिले हैं। इनमें से छह मरीज का उपचार जारी है। इसी प्रकार से स्वाइन फ्लू के अब तक प्रदेश में कुल 405 संदिग्ध मरीजों के नूमूने लिए गए थे, जिनमें से 403 की रिपोर्ट नकारात्मक आई है। केवल दो नमूनों की रिपोर्ट आना बाकी है। वर्तमान में स्वाइन फ्लू का एक भी मरीज नहीं है।

उल्लेखनीय है कि संक्रामक रोगों से सुरक्षा आदि की प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा समीक्षा की जा रही है। समीक्षा में सर्वे, फॉगिंग, उपचार आदि की समीक्षा की जाती है।

 

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