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पत्रकार विनोद वर्मा बोले- मेरे पास CD, इसलिए हुई मेरी गिरफ्तारी

छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक उन पर एक पोर्न सीडी रखने और ब्लैकमेलिंग करने का आरोप है. उधर, कोर्ट ले जाते वक्त वर्मा ने कहा कि उनके पास छत्तीसगढ़ के एक बड़े नेता की सीडी है. इस मामले में निशाने पर आए छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत भी सामने आ गए हैं. उन्होंने सीडी को फर्जी बताते हुए जांच की मांग की है. उधर, कांग्रेस भी मैदान में कूद पड़ी है.

सीडी मामले में फंसे छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने रायपुर में सफाई देते हुए कहा कि यह फर्जी सीडी कांग्रेस के द्वारा बंटवाई जा रही है. सीडी पूरी तरह से फर्जी है. इसकी जांच होनी चाहिए.

इस मामले पर सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस के प्रवक्ता अजय माकन ने पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि विनोद वर्मा छत्तीसगढ़ के मंत्री के सेक्स स्कैंडल की जांच कर रहे थे, इसलिए उनको गिरफ्तार किया गया है. वरिष्ठ पत्रकार की गिरफ्तारी बताती है कि प्रेस पर हमला किस तरह से बढ़ता जा रहा है.

माकन ने मांग करते हुए कहा कि सरकार की तरफ से विनोद शर्मा को छोड़ा जाए और मंत्री राजेश मूणत के खिलाफ न्यायिक जांच हो.

बीती देर रात करीब तीन बजे छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम यूपी पुलिस को साथ लेकर गाजियाबाद स्थित इंदिरापुरम में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया. उन्हें थाने में लाकर पुलिस पूछताछ कर रही है. इस दौरान जब पत्रकार में जगत में उन्हें हिरासत में लिए जाने की खबर फैली तो थाने पर पत्रकारों का तांता लग गया.

छत्तीसगढ़ पुलिस के मुताबिक बीती 26 अक्टूबर को रायपुर निवासी प्रकाश बजाज ने थाने में फ़ोन पर धमकी दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी. प्रकाश बजाज ने पुलिस को बताया कि उन्हें फोन पर धमकी मिली है कि उनकी एक अश्लील वीडियो फोन करने वाले के पास है. धमकी देने वाला इसकी एवज में पैसे की मांग कर रहा है. वादी के मुताबिक धमकी देने वाले ने कहा कि अगर पैसा नहीं दिया तो वो सीडी बांट देंगे और उनकी इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी.

प्रकाश की शिकायत पर रायपुर के पंडरी पुलिस थाना में अपराध क्रमांक 340/17 384,507 दर्ज किया गया और प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई. तफ्तीश के दौरान क्राइम ब्रांच को दिल्ली के वीडियो संचालक के बारे में जानकारी मिल गई. क्राइम ब्रांच वीडियो संचालक तक जा पहुंची और उससे पूछताछ की.

उसने पुलिस को बताया कि विनोद वर्मा नामक एक शख्स ने 1000 सीडी बनाने के लिए कहा है. उसी वीडियो संचालक की निशानदेही पर पुलिस विनोद वर्मा के घर तक जा पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस ने उनके पास से 500 सीडी और पेन ड्राइव के अलावा एक लैपटॉप और डायरी भी बरामद की है.

छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम पत्रकार विनोद वर्मा को लेकर गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम जा पहुंची और देर तक उनसे पूछताछ की. अब पुलिस उन्हें न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेगी.

बताते चलें कि विनोद वर्मा अमर उजाला के पूर्व वरिष्ठ पत्रकार और बीबीसी के पूर्व संवाददाता रहे हैं. वे इस वक्त एडिटर्स गिल्ड आफ़ इंडिया के सदस्य भी हैं.

उधर, रायपुर के एसपी संजीव शुक्ला ने बताया कि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि विनोद वर्मा ने ही प्रकाश बजाज को फोन किया है. यह अभी कन्फर्म नहीं है. एसपी संजीव शुक्ला ने कहा कि अभी यह जांच का विषय है कि विनोद वर्मा ने ही प्रकाश बजाज को फ़ोन किया या नहीं.

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