राष्ट्रीय

पाकिस्तान के मासूम रोहन की धड़कने आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की वजह से धड़क रहीं हैं

गंभीर बीमारी से ग्रस्त अपने चार महीने के बेटे के इलाज के लिए भारत आए मासूम रोहान के पिता उस दौरान मीडिया के सामने भावुक हो गए जब उन्हें बताया गया कि उनका बेटा अब ठीक है। इस दौरान पिता कमाल सिद्दीकी ने बेटे का इलाज करने वाले नोएडा हॉस्पिटल के डॉक्टर्स को धन्यवाद किया और कहा, ‘उनके बेटे की धड़कने आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की वजह से धड़क रहीं हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि वो भारतीय विदेश मंत्री से अन्य पाकिस्तानी नागरिकों को मेडिकल वीजा देने के लिए गुजारिश करेंगे। गौरतलब है कि पाकिस्तान में रोहान का इलाज ना होने पर कमाल सिद्दीकी ने भारत का मेडिकल वीजा पाने के लिए आवेदन किया था। हालांकि इस दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वहीं इंडियन एक्सप्रेस ने कमाल सिद्दीकी के हवाले से लिखा, ‘आज मेरे बेटे का दिल सुषमा स्वराज की वजह से धड़क रहा है। मैं उनसे उन पाकिस्तानियों के लिए दरवाजे खोलने का अनुरोध करना चाहूंगा जो मेडिकल वीजा दिए जाने का इंतजार कर रहे हैं। यह मेरा उनसे विनम्र अनुरोध है।’

ये भी पढ़ें: पूरी रात दसवीं की छात्रा का होता रहा रेप, सहेली ने किया था दोस्त के हवाले

पाकिस्तान के मासूम रोहन की धड़कने आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की वजह से धड़क रहीं हैंगौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच कमाल को बेटे के इलाज के लिए भारत का मेडिकल वीजा हासिल करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा था। जिसके बाद 24 मई (2017) को कमाल ने ट्वीट कर पूछा, ‘क्यों मेरा बेटा इलाज के लिए परेशानियों का सामना कर रहा है। सरताज अजीज और सुषमा स्वराज क्या इसका जवाब देंगे?’ जिसपर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 31 मई (2017) को ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ‘आपका बेटे को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।’ सुषमा ने ट्वीट कर लिखा, ‘नहीं, बच्चे को परेशानी नहीं होगी। पाकिस्तान में भारतीय हाई कमिशन से संपर्क कीजिए। आपको मेडिकल वीजा दे दिया जाएगा।’ जिसपर कमाल ने 3 जून को भारतीय वीजा दिए जाने पर विदेश मंत्री को इसके लिए धन्यवाद दिया। जानकारी के लिए बता दें कि 12 जुलाई (2017) को रोहान को इलाज के लिए हॉस्पिटल लाया गया। जहां 14 जुलाई को बेटे का इलाज किया गया। रोहान का इलाज डॉक्टर राजेश की टीम ने किया।

ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ः सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़ में 3 जवान शहीद, पांच घायल

बाद में हॉस्पिटल द्वारा जारी किए गए आधिकारिक बयान में बताया गया कि रोहान दिल की बीमारी में बचने की संभावना बहुत कम थी और वो हार्ट फेल की तरफ बढ़ रहा था। पांच घंटे तक चली सर्जरी में हमने उसके ह्रदय में रक्त जाने की नस से लेकर फेफड़ों तक पर काम किया।

Related Articles

Back to top button