जीवनशैली

प्रेम की ऐसी दर्दनाक घटना को पढ़कर आप भूल जायेंगे लैला मजनू की प्रेम कहानी

सुबह का समय था, रेल की पटरी पर खून जमा हुआ था और एक लड़का और लड़की के धड़ अलग पड़े थे। किन्तु उन दोनों के हाथ मरने के बाद भी अभी आपस में मिले हुए थे। आखिर किस चीज की इनको इतनी दर्दनाक सजा मिली थी। आइये जानते हैं इस पूरे घटना क्रम को।

प्रेम की ऐसी दर्दनाक घटना को पढ़कर आप भूल जायेंगे लैला मजनू की प्रेम कहानी ये प्रेम कहानी है अनुज वर्मा और प्रिया सिंह नाम के लड़के और लड़की की। जिला वनारस की तहसील पिंडरा में एक गाँव है हरदयालपुर। इस गाँव में प्रभू वर्मा और जगतपाल सिंह रहते हैं। प्रभू वर्मा मेहनत और मजदूरी करके खुद का और अपने दो बच्चों का पेट पालता है। इसके बड़े बेटे का नाम अनुज वर्मा  है जो पिंडरा में एक डिग्री कालेज में पढ़ता था। इसी गान के ही जगतपाल की 20 वर्षीय बेटी प्रिया भी उसी कालेज में पढ़ती थी जिसमें अनुज  पढ़ता था। अनुज और प्रिय एक ही कक्षा के छात्र थे।

इन दोनों को आपस में कब प्यार हो गया पता ही नहीं चला। धीरे -धीरे जब भी इन लोगों को समय मिलता ये दोनों पास बैठ कर बातें करते। इनका प्यार परवान चढ़ने लगा और दोनों ने एक दूसरे के बिना जीने मरने की कसमें खा लीं। एक दिन गाँव के एक व्यक्ति ने इन्हें पास देख लिया और इस बात की खबर जगतपाल सिंह को दे दी। जगतपाल सिंह ने अनुज को एक दिन एकांत में ले जाकर कुछ अपने लोगों के साथ मिलकर बहुत मरा और मरणासन्न हालत में छोड़ कर आ गए। अनुज  को अस्पताल में भर्ती कराया गया और ठीक होने के बाद वह फिर प्रिय से मिलने लगा। एक दिन ये दोनों घर छोड़ कर भाग गए।

जगतपाल को ऐसा लगा कि उसकी पूरे समाज में नाक कट गई। थाने में अपहरण की रिपोर्ट लिखाई गई और आखिरकार अनुज  और प्रिया  को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। थाने आने के बाद दोनों ने बयान दिए कि हम लोग वालिग़ हैं और शादी करना चाहते हैं। हालाँकि इसके बाद समझा बुझा कर दोनों को घर भेज दिया गया। घर जाने के बाद प्रिय पर जगतपाल ने बहुत जुल्म ढाए किन्तु प्रिया बदलने को तैयार ही नहीं हो रही थी।

आखिरकार जगतपाल ने अनुज  और प्रिय दोनों को मारने का प्लान बनाया। किन्तु इसकी जानकारी प्रिया को लग गई, और एक रात प्रिय अपने घर से निकल कर अनुज से मिली जाकर और उसने सारी कहानी बतायी। बस फिर क्या था दोनों ने कहा कि ये दुनिया हमें साथ जीने नहीं देगी। इस लिए दोनों उसी रात पास की ही  रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हो गए। स्टेशन पर जाकर किसी गाड़ी का इंतज़ार करने लगे। रात 2.45 बजे आयी गाड़ी से दोनों ने अपनी जिन्दगी को समाप्त कर दिया। इस तरह एक हंसती खेलती प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत हो गया।

Related Articles

Back to top button