भगवान हनुमान के कुछ प्रमुख मंदिर
यूं तो हनुमान हर नगर और ग्राम में विराजे हैं लेकिन देश में कुछ उनके कुछ ख्यात मंदिर ऐसे भी हैं जहां दर्शनों के लिए लोग दूर-दूर से चलकर आते हैं।
1-मेहंदीपुर बालाजी (दौसा, राजस्थान) : दौसा जिले के पास दो पहाड़ियों के बीच मेहंदीपुर नाम स्थान पर मेहंदीपुर बालाजी विराजे हैं। इन्हें घाटे वाले बाबा भी कहा जाता है। यहां भगवान स्वयंभू रूप में हैं। भूत, प्रेत और बाधाओं के निवारण के लिए यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
2- सालासर हनुमान (सालासर, राजस्थान) : राजस्थान के चुरू जिले के सालासर गांव में सालासर हनुमान विराजे हैं। यहां भगवान ने दाढ़ी और मूंछ धारण की है। मानते हैं यह प्रतिमा एक किसान को जमीन जोतते हुए मिली थी और उसने भगवान को यहां स्थापित किया। अश्विन, चैत्र और वैशाख पूर्णिमा पर यहां मेला लगता है।
3- संकटमोचन मंदिर (बनारस, उत्तरप्रदेश) : इस मंदिर का निर्माण गोस्वामी तुलसीदास ने करवाया था। कहते हैं तुलसी बाबा ने रामचरित मानस के कुछ अंश यहां पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर लिखे थष। हनुमान जयंती यहां धूमधाम से मनाई जाती है।
4- गिरजाबांध हनुमान मंदिर, रतनपुर (बिलासपुर) : हनुमान जी को ब्रह्मचारी रूप से तो हर कोई परिचित है लेकिन रतनपुर स्थित गिरजाबंध में लोग हनुमान जी को नारी रूप में पूजते हैं। मान्यता है कि यह प्रतिमा करीब दस हजार साल पुरानी है।
5- हनुमानगढ़ी, अयोध्या, उत्तरप्रदेश : इसे हनुमान जी का घर कहा जाता है। अयोध्या में टीले पर स्थित इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 76 सीढ़ियां चढ़ना पड़ती हैं। यह असल में एक गुफा मंदिर है जहां मां अंजनी और बाल हनुमान की प्रतिमाएं हैं। हनुमान बाल रूप में मां की गोदी में लेटे हैं।
6- हनुमान मंदिर, इलाहाबाद उत्तरप्रदेश :पूरे भारत में यह अकेला मंदिर है जहां हनुमानजी की लेटी हुई मुद्रा में प्रतिमा है। यहां प्रतिमा 20 फीट लंबी है। मान्यता है कि हर बारिश में गंगाजी का जल किनारों को पार करके इस मंदिर तक आता है लेकिन हनुमान जी के चरणों को स्पर्श करके वापस लौट जाता है।