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मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री अखिलेश का यह दांव मायावती पड़ेगा भरी

आजमगढ़:- मिशन 2017 का आगाज करने आ रही बसपा सुप्रीमो मायावती 28 अगस्त को आईटीआई मैदान से ललकारेंगी लेकिन उससे पहले ही प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 27 अगस्त को आईटीआई मैदान से युवाओं और अल्पसंख्यकों को साधने का काम करेंगे। सही मायनों में विपणन केंद्र का उद्घाटन तो महज एक बहाना है समाजवादी पार्टी का असली निशाना मुबारकपुर के करीब डेढ़ लाख बुनकर है। जिन्हें अपने पक्ष करके पार्टी आगामी चुनाव में मुबारकपुर सीट बसपा से छीनने का प्रयास करेगी।

हाथी पर सवार होंगे एक और दबंग ठाकुर, बढ़ाएंगें मुलायम की मुश्किल वर्ष 2012 के चुनाव में यहां यहां को बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने जीत हासिल कर सपा के आजमगढ़ में क्लीन स्वीप के मंसूबे पर पानी फेर दिया था। वैसे उस चुनाव में सपा की हार का बड़ा कारण उसी के पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राम दर्शन यादव बने थे जो साइकिल की सवारी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था।201608011156408552_mayawati-demand-CM-resignation-on-bulanshahr-case_SECVPF.gif

अखिलेश को छोड़ के भाजपा का दामन थामा दर्शन यादव ने 

भाजपा ने राम दर्शन को मैदान में उतारा था। रामदर्शन 36248 मत हासिल कर कर तीसरे स्थान पर थे। जबकि बसपा के गुड्डू जमाली को 49275, सपा के अखिलेश यादव को 40709, पीस पार्टी के मुहम्मद इरफान को 16106, कांग्रेस के अब्दुसलाम को 15528, कौमी एकता दल के श्यामसुंदर को 4156 तथा जनता दल यू के चंद्रदेव को 1225 मत मिले थे। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ संसदीय सीट से मुलायम सिंह यादव चुनाव लड़े तो राम दर्शन यादव फिर सपा में लौट आये। वर्ष 2017 के चुनाव के लिए सपा ने राम दर्शन को मुबारकपुर से चुनाव मैदान में उतारा है।

बसपा मुखिया मायावती द्वारा विधानसभा चुनाव का आगाज 28 अगस्त को आजमगढ़ के आईटीआई मैदान से करने की घोषणा के बाद सपा की बेचैनी बढ़ी तो पार्टी ने आनन-फानन 27 अगस्त को विपणन केंद्र के उद्घाटन के बहाने मुख्यमंत्री का कार्यक्रम आजमगढ़ में तय कर दिया। इसके पीछे सपा की मंशा साफ है। एक तो वह बुनकरों के बीच अपने खोये जनाधार को पाना चाहती है दूसरे अल्पसंख्यकों के लिए चलायी जा रही योजनाओं के दम पर युवाओं को मुख्यमंत्री लुभाने का प्रयास करेंगे। इन सब के बीच सपा का सबसे अहम उद्देश्य मुबारकपुर क्षेत्र में पार्टी के बीच की गुटबाजी को समाप्त करना होगा।

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