उत्तर प्रदेशफीचर्डराजनीति

यूपी में गरजीं प्रियंका- किसी भी बाहरी युवा नेता को गोद लेने की जरूरत नहीं

रायबरेली के बछरावां में जनसभा के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री महिलाओं के ह‌ित के बारे में बात करते हैं। वह अत्याचार बंद करने की बात करते हैं, बताएं कितने अत्याचार बंद करवाए? उन्होंने नोटबंदी की क्या वो महिलाओं पर अत्याचार नहीं था। उन्होंने मह‌िलाओं को भी लाइन में खड़ा कर द‌िया। ‌उन्होंने कहा, पीएम ये क्यों कहते घूम रहे हैं क‌ि यूपी ने उन्हें गोद ल‌िया है, क्या उत्तर प्रदेश को क‌िसी बाहरी की जरूरत है? उन्होंने कहा, यूपी का हर नौजवान नेता बन सकता है और व‌िकास कर सकता है। प्र‌ियंका ने कहा, उनको वोट दें जो आपके ल‌िए काम करें न क‌ि झूठे वादों में आएं।
प्र‌ियंका गांधी ने शुक्रवार को राहुल गांधी के साथ चुनाव मैदान पर उतरकर कयासों पर व‌िराम द‌िया। चर्चा यह भी है कि केंद्रीय मंत्री और लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल के खिलाफ लड़ने वाली स्मृति ईरानी के प्रियंका पर किए गए सियासी हमले भी इस फैसले की एक वजह हैं। स्मृति ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के चुनावी मंचों से कहा था कि प्रियंका चुनाव प्रचार के लिए बाहर नहीं निकल रही हैं।

प्र‌ियंका से पहले राहुल गांधी रायबरेली में प्रधानमंत्री पर हमलावर रहे, उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री यूपी में बीजेपी की सरकार आने के बाद क‌िसानों का कर्जा माफ करने की बात कह रहे हैं, आप अपने कैबिनेट मीट‌िंग कीज‌िए और कर्ज माफ कर द‌ीज‌िए। आप तो 15 मिनट में ही कर्जा माफ कर सकते हैं। किस प्रकार की सौदेबाजी कर रहे हैं? बिहार में भी मोदी ने ऐसा ही कहा था कि बिहार में सरकार बनते ही स्पेशल पैकेज मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जहां भी जाते हैं कुछ न कुछ वादा करके आ जाते हैं। लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने शाहरुख खान की ‌फ‌िल्म द‌िलवाले दुल्ह‌िनयां ले जाएंगे की तरह वादा क‌िया था क‌ि अच्छे द‌िन आएंगे।

राहुल ने कहा, मोदी कहते हैं हिंदुस्तान गंदा है, सफाई करनी है। मैं अमेरिका जा रहा हूं ओबामा से मिलने, तुम लोग सफाई करो। आठ नवंबर को कहते हैं, माताओं बहनों एक नया आइडिया आया है, आपके घर में जो पैसा है और आपने जो बचत की है अब मैं उसको कागज में बदलना चाहता हूं, जाओ बैंक के सामने खड़े हो जाओ। उन्होंने व‌िजय माल्या को 1200 करोड़ की टॉफी ख‌िलाई। राहुल ने कहा, नरेंद्र मोदी ने 6 लाख करोड़ रुपया अमीरों को दे रखा है, अगर ये पैसा गरीबों और क‌िसानों को द‌िया होता तो क्या यूपी पैरों पर खड़ा नहीं होता?

 
 

Related Articles

Back to top button