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रोहित वेमुला खुदकुशी : एबीवीपी नेता के दावे को झुठलाता पुलिस का हलफनामा

दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ abvp-activist-susheel-kumar_650x400_61453264669हैदराबाद: रोहित वेमुला खुदकुशी मामले में नए खुलासे होते जा रहे हैं। सायबराबाद पुलिस ने पिछले साल अक्टुबर के महीने में हैदराबाद हाईकोर्ट में एक हलफनामा दर्ज किया था जिसमें मुताबिक एबीवीपी नेता सुशील कुमार का रोहित वेमुला और उसके साथियों द्वारा हमला किए जाने के आरोप का विरोध किया गया था। हैदराबाद सेंट्रल युनविर्सिटी के छात्र वेमुला ने पिछले रविवार कैंपस में ही खुदकुशी कर ली थी। 3 अगस्त 2015 को रोहित और उसके चार साथियों को सस्पेंड कर दिया गया था।

याचिका रद्द करने की अपील
रोहित और उसके बाकी साथियों पर सुशील का लगाया हमले का आरोप अब कमज़ोर पड़ता दिखाई दे रहा है। पता चला है कि पुलिस ने अपने इस हलफनामे में साफ तौर पर लिखा था कि कुमार को बहुत ही हल्की चोटें आई हैं। यहां तक की कोर्ट ने पुलिस ने कुमार की याचिका रद्द करने की भी अपील की थी। इस केस की सुनवाई इस महीने का आखिर में होनी थी। कुमार का आरोप था कि उसे इतनी ज़ोर से चोट लगी है कि डॉक्टर को उसके एपेंडिक्स का ऑपरेशन करना पड़ा। वहीं पुलिस का कहना है कि इस सर्जरी का कथित हमले से कोई लेना देना नही है। गौरतलब है कि पुलिस रिपोर्ट के बावजूद युनिवर्सिटी ने वेमुला और उसके साथियों को सस्पेंड कर दिया था।

सुशील कुमार एबीवीपी के नेता हैं और बीजेपी के साथ उनकी काफी नज़दीकियां मानी जाती हैं। अगस्त में उसने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी की रोहित ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर उस पर हमला किया और उसे पेट में लात मारी। इस शिकायत ने कोर्ट केस और दो युनिवर्सिटी जांच को अंजाम दिया जिसके बाद रोहित को कॉलेज से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। सुशील कुमार ने बुधवार को एनडीटीवी से बातचीत की थी जिसमें उसने कहा था कि उसके एपेंडिक्स के ऑपरेशन की वजह वह हमला ही था जो अम्बेडकर छात्र संगठन के सदस्यों ने उस पर किया था।

 

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