व्यापार

लगातार बढ़ती जा रही हैं स्टार्टअप कंपनी उबर की परेशानी

डेट्रॉयट (एजेंसी)। पूरी दुनिया में एप आधारित कैब सेवाएं प्रदान करने वाली स्टार्टअप कंपनी उबर की मुश्किलें थमने की जगह लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले दिनों उबर के ग्लोबल ऑपरेशन के प्रमुख के इस्तीफा देने के बाद शुरु हुई दिक्कत अब पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीईओ के खिलाफ एक प्रमुख निवेशक के मामला दायर करने से कंपनी की मुसीबतें नये सिरे से शुरू हो गयी हैं।

250 मुस्लिम छात्रों को किया हॉस्टल से बेदखल, मांग रहे हैं मदद

लगातार बढ़ती जा रही हैं स्टार्टअप कंपनी उबर की परेशानी  कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ग्लोबल ऑपरेशन रयान ग्रेव्स ने ईमेल के जरिये बताया था कि वह मध्य सितंबर में अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं, हालांकि वह निदेशक मंडल में बने रहने वाले है। वहीं कंपनी के शेयरों में 13 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी बेंचमार्क कैपिटल पार्टनर्स ने पूर्व सीईओ ट्राविस कलानिक को निदेशक मंडल का समर्थन मिलने पर आपत्ति जताते हुए इसके खिलाफ डेलावरे चैंसरी कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया था। उसने आरोप लगाया कि कलानिक कंपनी के निदेशक मंडल में अपने लोगों को भरकर से सीईओ का पद पाने की इच्छा रखते है।

गुजरात हाईकोर्ट ने भाजपा इस बड़े नेता को सुनाई आजीवन कारावास की सजा

यह कंपनी के शेयरधारकों,कर्मचारियों,ड्राइवरों और उपभोक्ताओं के लिए नुकसानदेह होगा, बेंचमार्क ने आरोप लगाया कि कलानिक ने 2016 में निदेशक मंडल में तीन अतिरिक्त पद सृजित करते समय निवेशकों से जानकारी छुपाते हुए इन्हें नियुक्त करने का अधिकार भी अपने पास रख लिया था। इसके अलावा कलानिक को इस बात का भी पता था कि कंपनी के खिलाफ गूगल की स्वचालित कार इकाई वायमो की जानकारियां चुराने का आरोप लग सकता है। इस साल की शुरुआत में वायमो ने इस संबंध में उबर के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया था, बेंचमार्क ने यह भी कहा कि कलानिक कंपनी के भेदभाव की संस्कृति और यौन प्रताड़ना को समाप्त करने की अपनी असफलता की कभी चर्चा नहीं करते हैं।

बात दे कि कलानिक को प्रताड़ना एवं अन्य दुर्व्यवहार की महीने भर चली जांच के बाद जून में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था, हालांकि इसके बाद उन्होंने खुद को निदेशक मंडल की अतिरिक्त सृजित पदों में से एक पर नियुक्त कर लिया था, इसके बाद शेष दो पद खाली रहे थे। कंपनी ने इस मुकदमे पर कोई टिप्पणी नहीं की है, कलानिक के प्रवक्ता ने बयान जारी कर इस बाबत कहा कि मुकदमे में लगाये गये सारे आरोप तथ्यहीन हैं तथा झूठे आरोप गढ़े गये हैं। उन्होंने कहा,ट्राविस कंपनी और उसके हिस्सेदारों के हित में काम करना जारी रखने वाले है। उन्हें पूरा यकीन है कि पूरी तरह झूठ पर आधारित ये दावे खारिज कर दिये जाएंगे।

Related Articles

Back to top button