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लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे बैठ अनशन पर

मुम्बई : समाजसेवी अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई तेज कर दी है। आज अपने गांव रालेगण सिद्धि में लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे अनशन पर बैठ गए हैं। अनशन पर बैठने से पहले अन्ना हजारे ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकपाल कानून को लागू ना करने का आरोप लगाया। गांधीवादी हजारे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकपाल कानून बनाए 5 साल हो गए और नरेंद्र मोदी सरकार पांच साल तक बहानेबाजी करती रही है। हजारे नरेंद्र मोदी की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उनके दिल में अगर लागू करना होता तो क्या इसमें 5 साल लगाना जरूरी था? अन्ना ने कहा कि ये मेरा अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष और पार्टी के खिलाफ में नहीं है। भारतीय समाज और देश की भलाई के लिए बार-बार मैं आंदोलन करता आया हूं, उसी प्रकार का यह आंदोलन है। आपको बताते जाए कि 2011-12 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में दिल्ली के रामलीला मैदान पर तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा किया था। यह भी खास रही कि उस आंदोलन में शामिल रहे कई चेहरे अब राजनीति सियासत में आ चुके हैं। अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बन गए, किरण बेदी पुडुचेरी की राज्यपाल बन गई। देश में तकरीबन पांच साल की लंबी लड़ाई के बाद 2013 में अन्ना के बड़े आंदोलन के बाद लोकपाल विधेयक पारित हो गया था, लेकिन अब तक लोकपाल नियुक्त नहीं किया गया है। इसको लागू करने के लिए अन्ना हजारे अनशन कर रहे हैं।

 

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