जीवनशैली

सर्दियों में एक्सरसाइज जरूरी है लेकिन जानिए पल्यूशन से कैसे बचें

जिम में ट्रेडमिल पर दौड़ने के बजाए अगर आपको सरसराती हवाओं के बीच दौड़ना पसंद है, जिम में शीशे में अपना पसीने में सना चेहरा देखने के बजाए हरियाली देखते हुए एक्सरसाइज करना पसंद है तो यकीनन आपको दूसरों से ज्यादा वायु प्रदूषण की चिंता सताती होगी. दिल्ली जैसे महानगरों में सर्दियों में स्मॉग का कहर इस कदर हो जाता है कि एक्सरसाइज क्या, कभी कभी सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. तो सवाल यह उठता है कि क्या वायु प्रदूषण के डर की वजह से बाहर जाकर एक्सरसाइज करना बिल्कुल छोड़ देना चाहिए?

इसमें कोई शक नहीं है कि कार्बन मोनो ऑक्साइड वाली जहरीली हवा में सांस लेने से फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है. अस्थमा, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. जब लोग एरोबिक ऐक्टिविटी करते हैं तो लोग ज्यादा सांस अंदर खींचते हैं और गहराई तक सांस फेफड़ों के अंदर जाती है. इसके अलावा एक्सरसाइज के दौरान लोग ज्यादातर मुंह से सांस लेने लगते हैं. नाक से सांस ना लेने की वजह से हवा फिल्टर नहीं हो पाती है और हानिकारक प्रदूषक शरीर के भीतर ज्यादा मात्रा में पहुंच जाते हैं.

वायु प्रदूषण होने पर बच्चों और बूढ़ों को बाहर एक्सरसाइज करने से खासकर बचना चाहिए. अगर आप एक्सरसाइज नहीं भी कर रहे हैं तो वायु प्रदूषण के संपर्क में आने पर आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. लेकिन वायु प्रदूषण और एक्सरसाइज का कॉम्बिनेशन ज्यादा खतरनाक हो सकता है. वायु प्रदूषण की वजह से सिर दर्द, आंखों में खुजली, फेफड़ों को नुकसान, अस्थमा का खतरा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा, लंग कैंसर और कार्डिवास्कुलर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

महानगरों में वायु प्रदूषण का स्तर कई बार विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों से बहुत ज्यादा होता है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वायु प्रदूषण में कितने लंबे समय तक रहने से खतरा पैदा होता है या किस तरह के वायु प्रदूषण के संपर्क में होने से ज्यादा खतरा होता है.

दूसरी तरफ एक्सरसाइज करने से बहुत से फायदे होते हैं इसलिए एक्सरसाइज करना छोड़ देना बिल्कुल सही नहीं है. रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि नियमित तौर पर एक्सरसाइज करने से होने वाले फायदे वायु प्रदूषण से होने वाले खतरों पर भारी पड़ते हैं.

एक्सरसाइज करें लेकिन कोशिश करें कि आफ वायु प्रदूषण के कम संपर्क में आएं. आप वायु प्रदूषण के बुरे असर को कम कर सकते हैं, बस इसके लिए आपको इन सुझावों को अपनाना चाहिए.

वायु प्रदूषण के स्तर पर नजर रखें-

अपने इलाके में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर जारी होने वाले अलर्ट पर नजर रखें. तमाम ऐप्स की मदद से भी आप वायु प्रदूषण के स्तर का अंदाजा लगा सकते हैं. अपने वर्कआउट के लिए समय का चुनाव सोच समझकर करें. जब वायु गुणवत्ता पर अलर्ट जारी कर दिया गया हो तो बाहर जाकर एक्सरसाइज करने से बचें. अपनी फिजिकल ऐक्टिविटी का समय कम कर लें और इंटेसिटी घटा लें. सुबह और शाम एक्सरसाइज करने से बचें.

कहां करें आउटडोर एक्सरसाइज?

जिस समय बाहर भीड़भाड़ या ट्रैफिक ज्यादा रहता हो, उस समय एक्सरसाइज करने बाहर ना निकलें.ज्यादा प्रदूषण वाले इलाकों में जाने से बचें. सड़क के 400 मीटर के दायरे के अंदर प्रदूषण का स्तर ज्यादा होता है. एक्सरसाइज के लिए शांत और भीड़भाड़ से दूर जगह को चुनें.

जब वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो तो जिम या घर के अंदर एक्सरसाइज करें.

अस्थमा या डायबिटीज जैसी बीमारियां हों तो अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें.

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