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सुप्रीम कोर्ट ने कहा, जोक्स से अगर सिख समुदाय आहत है तो हम गंभीरता से विचार को तैयार

supreme-court-cameras_650x488_51430987824नई दिल्‍ली: सिख समुदाय पर बने जोक्स के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर समुदाय को इनसे दुख पहुंचता है तो हम इस पर  गंभीरता से विचार करने को तैयार हैं।

पूरा समुदाय भी इससे हुआ है प्रभावित
चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की बेंच ने कहा कि संता-बंता और सिखों पर बने जोक्स मामले में  दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और अन्य लोगों की तरफ से भी याचिका आने के बाद ये साफ हो गया है कि कि पूरा समुदाय ही इनसे प्रभावित हुआ है। इसलिए मौजूदा याचिकाकर्ता हरविंदर चौधरी की याचिका के साथ अब मामले को सुना जाएगा।

हरविंदर को वकील कराया जा सकता है उपलब्‍ध
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि पहले उन्हें ये लग रहा था कि  सिर्फ याचिकाकर्ता हरविंदर चौधरी को ऐसे जोक्स से आपत्ति है लेकिन उनके समुदाय की तरफ से दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की याचिका आने के बाद ये साफ़ हो गया है कि समुदाय इससे प्रभावित है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अगर ज़रूरत हो तो हरविंदर सिंह को एक सीनियर वकील मुहैया कराया जा सकता है।

सिखों पर बने चुटकुलों को रोकने के लिए याचिका
दरअसल,  सिख समुदाय पर बने चुटकुलों पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है। याचिका में कहा गया है कि ऐसे चुटकुलों से समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि भी खराब होती है। याचिकाकर्ता हरविंदर चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि करीब 5000 वेबसाइटें ऐसी हैं जिनमें सिख समुदाय पर जोक्स रहते हैं। लिहाजा इन पर रोक लगाई जानी चाहिए।साथ ही भविष्य के लिए गाइडलाइन तय होनी चाहिए।

 

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