अजब-गजब

हर देश के है अजीबों गरीब टैक्स जानकर हैरान रह जायेंगे आप

नई दिल्ली:हर देश की सरकार देश को चलने के लिए, देश में प्रगति और विकास के लिए व देश आगे बढ़ाने के लिए देश के लोगो पर टैक्स लगाती है। लेकिन हर देश के टैक्स अलग-अलग होते है। सरकारें सोचती है की किस चीज पर टैक्स लगाया जाना चाहिए व कितना लगाया जाना ताकि लोगो पर टैक्स का कम बोझ पड़े और अर्थव्यवस्था कमजोर न पड़े न ही सरकार को राजकोषीय घाटा आये। इस टैक्स जो लोगो से प्राप्त हुआ है इसको सरकार विभिन्न मदो में खर्च करती है जिसको हम बजट कहते है। बजट कैसा हो और कैसे आम आदमी की जेब पर कम बोझ पड़े जैसे मुद्दों पर सरकार चर्चा करती है। लेकिन एक समय था जब राजा अपने खजाने को भरने के लिए जब चाहें जैसा चाहें टैक्स लगा देते थे। हलाकि आज भी सरकारें लोगों पर अजीबो-गरीब लगा रखे है जिनको जानकर आप चौंक जायेंगे।

तो आईये जानते है ऐसे ही कुछ टैक्सों के बारे में
1- सम्भोग टैक्स (सेक्स टैक्स)

कभी सम्भोग टैक्स (सेक्स टैक्स) के बारे में सुना है। नहीं तो फिर जान लीजिए कि जर्मनी में सैक्स टैक्स जैसे कानून बनाए गए हैं। यहां प्रॉस्टिट्यूशन लीगल है। 2004 में इस कानून को बनाया गया। जिसके तहत हर प्रॉस्टिट्यूट को हर महीने 150 यूरो देने पड़ते हैं। इस सेक्स टैक्स के चलते यहां एक साल में 1 मिलियन यूरो की आमदनी होती है।

2- गाय पर टैक्स

भारत में गे को पूजा जाता है लेकिन यूरोप में गाय पर भी टैक्स लगता है। ये किसी भी भारतीय के लिए थोड़ा अजीब लग सकता है। लेकिन यूरोपीय यूनि‍यन का मानना है कि गाय की गैस की वजह से ग्लोबल वार्मिंग हो रही है। एक स्टडी के मुताबिक गाय हरे चारे को हजम करने के लिए जुगाली करती है और इस वक्त वह मिथेन गैस छोड़ती है। यूरोप की ग्रीनहाउस गैस में इसका हिस्सा तकरीबन 18 फीसदी है। लोग गायों को पालने में हिचकें इसके लिए कई यूरोपीय मुल्कों ने गाय पालने पर टैक्स लगा दिया है। डेनमार्क में एक गाय पर तकरीबन 7400 रुपए का टैक्स लगता है।

3- वक्ष (ब्रेस्ट टैक्स)

ब्रेस्ट टैक्स, ये सुनने में थोड़ा अजीब है लेकिन इतिहास के पन्ने पलटने पर पता चलता है दक्षिण भारत के स्टेट ऑफ त्रावनकोर में महिलाओं पर ब्रेस्ट टैक्स लगाया जाता था। इसमें ब्रेस्ट माप कर उसी के अनुसार टैक्स कलेक्टर्स टैक्स वसूलते थे। 19वीं सदी के शासकों ने वहां यह नियम बनाया था कि छोटी जाति की महिलाएं अपने तन को ऊपर से ढक नहीं सकतीं। उन्हें उसे खुला रखना होगा। अगर कोई महिला अपना ऊपरी शरीर ढकती है तो उसे टैक्स देना होगा। यहां की एक बहादुर महिला नांगेली के बलिदान की बदौलत यह प्रथा ख़त्म हुई। इस महिला ने अपने तन को ढका और टैक्स लेने वाले अधिकारी को अपनी ब्रेस्ट काटकर ही टैक्स के रूप में दे दी। नांगेली की मौत हो गई, मगर उस घटना के अगले ही दिन त्रावनकोर के महाराजा ने यह टैक्स हटा दिया।

4- टैटू टैक्स

अमेरिका के अरकानसास में टैटू करवाने पर भी टैक्स लगाया जाता है। साल 2005 में सरकार ने टैटू करवाने और बॉडी पियरसिंग सर्विस पर 6 फीसदी का टैक्स लगाया है।

5- यूरिनल पर टैक्स

यूरिनल टैक्स रेवेन्यू कलेक्ट करने का एक जरिया था। रोम के राजा वेस्पेशन ने यह टैक्स लगाया था। लेकिन उसके बेटे टाइटस ने इसका विरोध किया। उसका कहना था कि यूरिनल पर टैक्स लगाना गलत है। उसने अपने पिता से कहा कि यूरिनल पर टैक्स के पैसों से बदबू आती है।

6- दाढ़ी रखने पर टैक्स

1705 में रूसी रूलर पीटर द ग्रेट ने दाढ़ी टैक्स लागू किया। वो यूरोप के क्लीन शेव वाले कल्चर की नकल करना चाहता था। ऐसे में जो लोग दाढ़ी रखते थे उन पर टैक्स लगाया जाता था। दाढ़ी रखने वाले लोगों को अपने पास एक टोकन रखना होता था, जो इस बात का सबूत होता था कि उन्होंने टैक्स भर दिया है। लोग दाढ़ी रखने से परहेज करें इसके लिए टोकन पर यह भी लिखा होता था कि दाढ़ी महज एक बोझ है।

7- ताश के पत्तों पर टैक्स

अमेरिका के अलाबामा में ताश के पत्तो खरीदने और बेचने पर टैक्स लगता है। खरीदने वाले को हर डेक पर 10 सेंट खर्च करने होते हैं वहीं बेचने वाले को 1 डॉलर का टैक्स देना होता है। इसके अलावा बेचने वाले को 3 डॉलर की लाइसेंस फीस भी देनी होती है।

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