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2 जुलाई से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा

एंजेंसी/ l_amarnath1-1462594070श्रीनगर। पवित्र अमरनाथ गुफा में हर साल बनने वाले बर्फानी बाबा का सबसे छोटा शिवलिंग बना है। इसका कारण ग्लोबल वार्मिंग बताया जा रहा है। हालांकि इस शिवलिंग ने पूरा आकार ले लिया है, पिछले वर्षों की तुलना में इस बार इसका आकार छोटा है। इस साल यात्रा 2 जुलाई से होगी।

अमरनाथ गुफा और अमरता का रहस्य

प्राचीन मान्यता के अनुसार एक बार मां पार्वती भगवान शिव से सृष्टि के निर्माण एवं उनकी अमरता का रहस्य जानना चाहती थीं। इसके लिए शिव को ऐसे स्थान की आवश्यकता थी जहां पूर्णत: एकांत हो। खोजबीन करने पर शिवजी इस गुफा में आए और यहां पार्वती को अमर कथा सुनाने लगे। 

कथा सुनते-सुनते मां पार्वती को नींद ने घेर लिया। इस बीच शिवजी रुके नहीं और कथा सुनाते रहे। उस समय गुफा में दो सफेद कबूतर थे। उन्होंने भी यह कथा सुनी। वे सकारात्मक ध्वनि से यह जताते रहे कि वे कथा सुन रहे हैं।  

कथा संपूर्ण हुई तो शिवजी को वास्तविकता मालूम हुई। उन्होंने कबूतरों का वध करना चाहा और त्रिशूल उठा लिया। तब कबूतरों ने उनसे जीवनदान देने की विनती की, क्योंकि यदि उनका वध हो जाता तो अमर कथा का महत्व समाप्त हो जाता। 

कबूतरों की विनती से शिव अत्यंत प्रसन्न हुए। उन्होंने कबूतरों को जीवनदान दिया और वे अमर हो गए। मान्यता है कि शिव के वरदान से अमर हुए वही कबूतर आज भी गुफा में दिख जाते हैं। जो उनके दर्शन करता है, भगवान उसके जीवन के दुख-दर्द दूर करते हैं।

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