कर्नाटक में दूषित पानी पीने से 2 लोगों की मौत, सीएम सिद्धारमैया ने दोषी अधिकारियों को दिया तुरंत निलंबित करने का निर्देश
चित्रदुर्गः कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक गांव में कथित रूप से दूषित पानी पीने से दो लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। घटना पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस संबंध में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने का निर्देश दिया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि पुलिस जहर देने के आरोपों की भी जांच कर रही है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने फोन पर चित्रदुर्ग की उपायुक्त दिव्या प्रभु जी. आर. से बात की और घटना की जानकारी लेने के बाद जांच का आदेश दिया। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मौतों के संबंध में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने का भी निर्देश दिया। वहीं, पुलिस ने बताया कि सोमवार शाम को जिला अस्पताल से सूचना मिली कि कवदिगाराहत्ति गांव के कुछ निवासियों को उल्टी और दस्त जैसे गंभीर लक्षण दिखाई देने के बाद उपचार के लिए आनन-फानन में स्वास्थ्य केंद्र लाया जा रहा है।
स्थानियों निवासियों का आरोप- कई दिनों से नहीं कराई पानी के टैंक की सफाई
पुलिस के अनुसार, घटना के बाद नगरीय निकाय ने पानी की आपूर्ति बंद कर दी और वैकल्पिक इंतजाम किए गए। कवदिगाराहत्ति गांव की तीन सड़कों पर बने मकानों में रहने वाले लोगों ने कथित रूप से दूषित पानी पिया, जिसकी वजह से उनमें ये लक्षण दिखाई दिए। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम प्राधिकारियों ने कई दिनों से पानी के टैंक की सफाई नहीं कराई थी।
मौत के कारणों का पता लगाने के लिए किया जा रहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार- पुलिस
पुलिस के मुताबिक, इसकी भी जांच की जा रही है कि कहीं पानी की नियमित आपूर्ति करने के लिए नियुक्त निकाय कर्मी ने जानबूझकर तो पानी में जहर नहीं मिलाया। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान मंजुला (23) और रघु (27) के रूप में हुई है और दोनों ही कवदिगाराहत्ति के रहने वाले थे। पुलिस ने बताया कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक के. परशुराम ने कहा, ”कवदिगाराहत्ति गांव के कुल 63 लोगों को कथित रूप से दूषित पानी पीने से बीमार पड़ने के बाद अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया था। उनमें से दो की मौत हो गई जिसका कारण दूषित पानी का सेवन बताया जा रहा है, हालांकि मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।”