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3 नवंबर को कोर्ट में पेश होंगे कैप्टन अमरिंदर सिंह

लुधियाना : स्थानीय चीफ ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट जापिंदर सिंह की अदालत द्वारा जानबूझ कर आयकर विभाग से जानकारी छिपाने के आरोप में आयकर विभाग द्वारा दायर एक फौजदारी शिकायत के चलते तलब किए गए मुखयमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह आज अदालत में अपने वकील के माध्यम से पेश हो गए है। जिस पर अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 3 नवंबर पर रखते हुए सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह को निजी तौर पर अदालत में पेश होने को कहा। वकील गुरमुख सिंह ने अदालत में आज कैप्टन की तरफ से वकालतनामा देते हुए बाकायदा एक अर्जी भी दी। अर्जी में उन्होंने कैप्टन की आज के लिए हाजिरी माफ करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा उनके चंडीगढ स्थित भेजे गए समन उनकी गैरहाजिरी में मिले है। इस समय दौरान वो विदेश गए हुए थे और बाकायदा मुखयमंत्री होने के चलते वो दिल्ली में कई महत्वपूर्ण मामलों जिसमें एसवाईएल नहरी विवाद का मुद्दा भी शामिल है, को लेकर विभागों के साथ व्यस्त है। इसलिए उनकी आज की हाजिरी को माफ किया जाए। मालूम रहे कि अदालत द्वारा उनकी आज की पेशी को लेकर समन भेजे गए थे वहीं आयकर विभाग के वकील राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि कैप्टन की ओर से आज उनके वकील अदालत में पेश हुए।
उन्होंने बताया कि आयकर विभाग ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह के खिलाफ स्थानीय अदालत में गत वर्ष आयकर विभाग की धारा 277 व फौजधारी की धाराओं 176, 177, 181, 186, 187, 193 व 199 के तहत शिकायत दायर की हुई है। शिकायत में विभाग ने कैप्टन सिंह पर आरोप लगाया है कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह की विदेशों में कई चल-अचल संपत्तियां है व उसने विभाग को अंधेरे में रखते हुए जरकंधा ट्रस्ट के माध्यम से कई लाभ हासिल किए। आयकर विभाग के अनुसार कैप्टन सिंह ने जानबूझ कर इस संबंधी अपने दस्तावेज भी विभाग से छिपाये। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कैप्टन सिंह ने सरकारी अधिकारियों को अपनी ड्यूटी से रोकने व अडचनें पैदा करने की भी कोशिश की। आयकर विभाग ने आरोप लगाया है कि उन्होंने बाकायदा कैप्टन अमरेंद्र सिंह को एक नोटिस भी भेजा था। व जवाब देने के लिए कहा था लेकिन कैप्टन सिंह ने कोई भी संतोष जनक जवाब नहीं दिया। आयकर विभाग द्वारा उपरोक्त शिकायत विभाग की अमनप्रीत कौर की ओर से दायर की गई है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा पहले ही कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पुत्र रणइंद्र सिंह के खिलाफ दो अलग अलग शिकायतें उपरोक्त अदालत में दायर की हुई है। जिसमें से एक शिकायत में बाकायदा रणइंद्र सिंह अदालत में पेश भी हो चुके है।

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