नई दिल्ली: सरकार 50 खनिज ब्लॉक की ई-नीलामी से 1.81 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने के बाद अब अगले छह महीने में 100 और खानों की नीलामी करने का विचार कर रही है। खान मंत्रालय की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई, सरकार अब तक 50 खानों की नीलामी कर चुकी है। जिसमें 23 चूना पत्थर, 17 लौह अयस्क, 4 सोना, मैंगनीज और ग्रेफाइट के दो-दो ब्लॉक और बॉक्साइट एवं हीरे के एक-एक ब्लॉक शामिल हैं। खान मंत्रालय की ब्लॉक नीलामी प्रगति रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2019 तक 102 खनिज ब्लॉकों की नीलामी पर काम चल रहा है। ये ब्लॉक आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना और असम में हैं। जिनमें 42 चूना पत्थर, 19 बक्साइट, 11 मैगनीज अयस्क, 8 तांबा, 6 लौह अयस्क, 6 ग्रेफाइट, 3 जिंक, 2 इमेराल्ड, दो सोने, एक लौह-अयस्क एवं मैगनीज, एक डोलामाइट/चूना पत्थर और एक तांबा अयस्क खान शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड सबसे ज्यादा 20 ब्लॉक की नीलामी करेगा। इसके बाद राजस्थान 16, मध्य-प्रदेश तथा महाराष्ट्र 13-13 ब्लॉक की नीलामी करेंगे, सरकार की कुल 102 ब्लॉकों में से दो ब्लॉक की नीलामी अक्टूबर में करने की है। इन दो ब्लॉक में एक आंध्र प्रदेश और दूसरा गुजरात में है। आंध्र प्रदेश चूना पत्थर ब्लॉक की नीलामी 12 अक्टूबर और गुजरात ब्लॉक की नीलामी 17 अक्टूबर को की जाएगी। इससे पहले केंद्र ने कहा था कि वह खनिज ब्लॉकों को बिक्री के लिए रखने से पहले पर्यावरण समेत सभी मंजूरियां पहले ही लेने पर विचार कर रही है। सरकार के इस कदम से खान नीलामी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। सरकार 2015 से अब तक 50 खनिज ब्लॉक की नीलामी कर चुकी है। इससे पट्टे की अवधि के दौरान उसे 1.81 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे। दूसरी ओर देश का कोयला आयात सितंबर महीने में 35 प्रतिशत बढ़कर 2.11 करोड़ टन पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में यह आंकड़ा 1.56 करोड़ टन था। आयात में यह तेजी ऐसे समय आई है जब देश के बिजली संयंत्र कोयले की कमी से जूझ रहे हैं। टाटा स्टील और सेल की संयुक्त उद्यम एमजंक्शन सर्विसेज के मुताबिक, “समीक्षाधीन अवधि के दौरान गैर-कोकिंग कोयले के अधिक आयात से सितंबर महीने में कोयला और कोक आयात में वृद्धि हुई। हालांकि, मासिक आधार पर कोकिंग कोयला आयात में मामूली गिरावट रही।