वीज़ा के मामले में भारत से भी आगे निकला एशिया का सबसे छोटा देश, जाने कौन सी है भारत की रैंक
नई दिल्ली। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की ओर से जारी हुआ है। एशिया का सबसे छोटा देश है मालदीव न केवल जनसंख्या कम है बल्कि क्षेत्रफल भी बहुत कम है। मगर इस देश का पासपोर्ट भारत से भी मजबूत है। रिपोर्ट में जापान के पासपोर्ट को दुनिया में सबसे पावरफुल बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जापानी दुनिया के 190 देशों में बिना वीजा के जा सकते है। इस लिस्ट में भारत 81वें पायदान पर है। यह भारत के लिए शर्मनाक है एक छोटा सा देश हमसे आगे निकल गया। किसी देश के पासपोर्ट की पावर का आंकलन उस देश के नागरिकों की अलग-अलग देशों में वीजा फ्री एंट्री के आधार पर किया गया है। भारत के पासपोर्ट पर आपको जहां सिर्फ 60 देशों में बिना वीजा के जाने की सुविधा मिलती है, वहीं मालदीव जैसे छोटे देश के पासपोर्ट पर दुनिया के 87 देश बिना वीजा के लोगों को आने की सुविधा देते हैं। इस सुविधा को वीजा ऑन एराइवल कहते हैं। यानी आपको संबंधित देश के लिए उड़ान भरते समय अलग से वीजा लेकर चलने की जरूरत नहीं होती, बल्कि पहुंचने पर संबंधित देश वीजा मुहैया कराता है। अमेरिकी फर्म हेन्ले की ओर से जारी ग्लोबल पासपोर्ट रैकिंग में जहां मालदीव को 58 वीं रैंक मिली है, वहीं भारत को इससे काफी कम 81 वें स्थान से संतोष करना पड़ा है। हालांकि, भारतीय पासपोर्ट की रैकिंग पड़ोसी देशों से जरूर मजबूत है। साथ ही पिछले साल की तुलना में भारत के पासपोर्ट की रैकिंग में छह पायदान का भी इजाफा हुआ है। वर्ष 2017 में भारत 87 वें स्थान पर था। वर्ष 2018 की यह रैकिंग हर वर्ष की तरह अमेरिकी फर्म हेन्ले एंड पार्टनर्स ने जारी की है। जापान के पासपोर्ट को नंबर 1 रैकिंग नसीब हुई है। जापान के पासपोर्ट पर दुनिया के 190 देश वीजा ऑन एराइवल देते हैं, जबकि दूसरे स्थान पर सिंगापुर और तीसरे स्थान पर जर्मनी, फ्रांस और संयुक्त कोरिया हैं। इन देशों के पासपोर्ट पर क्रमशः 189 और 188 देश वीजा ऑन एराइल की सुविधा देते हैं। इसी तरह चौथे स्थान पर डेनमार्क, इटली, स्वीडन, स्पेन(187), पांचवे स्थान पर नॉर्वे, यूके, ऑस्ट्रिया, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, पुर्तगाल और यूएस हैं। पांचवें नंबर के इन सभी देशों के पासपोर्ट पर 173 देशों में वीजा ऑन एराइवल की सुविधा मिलती है। भारत की तुलना में चीन का पासपोर्ट मजबूत है। चीन 71 वें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान(104), श्रीलंका(99) और बांग्लादेश 100 वें नंबर पर है। भारतीयों को दुनिया के 60 देश बिना वीजा के आने की अनुमति प्रदान करते हैं। इनमें एशिया में भूटान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मकाओ, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड हैं, वहीं अफ्रीका में इथोपिया, केन्या बेनिना, यूरोप के सर्बिया, यूक्रेन, ट्यूनीशिया, टोगो, सोमालिया आदि देश, वहीं अमेरिकी महाद्वीप के बोलिविया, एक्वाडोर, सूरीनेम जैसे देश बिना वीजा के आने की अनुमति देते हैं। इसी तरह से मध्य पूर्व के देशों में ईरान, जॉर्डन, कतर और अर्मेनिया भी भारत के पासपोर्ट पर वीजा ऑन एराइवल सुविधा प्रदान करते हैं। कैरेबियाई देशों की बात करें तो ब्रिजिट वर्जिन आइसलैंड, जमैका, सेंट लुसिया जैसे देश यह सुविधा देते हैं।
क्या है वीजा ऑन एराइवल
वीजा एक ऐसा दस्तावेज है, जो किसी देश में दाखिल होने की अनुमति प्रदान करता है। हर देश में वीजा को लेकर अलग-अलग नियम है। वीजा ऑन एराइवल की सुविधा का मतलब होता है कि किसी देश में पहुंचने के बाद वीजा मिलना। दरअसल किसी देश के पासपोर्ट पर अन्य देश वीजा ऑन एराइवल की सुविधा देते हैं। बानगी के तौर पर भारतीय वीजा पर दुनिया के 60 देश वीजा ऑन एराइवल की सुविधा देते हैं। मतलब अगर कोई भारतीय इन देशों में घूमने जाएगा तो उसे वहां जाने पर आसानी से वीजा मिल जाएगा। कुछ देश मुफ्त सुविधा देते हैं तो कुछ इसके लिए फीस लेते हैं। हालांकि सरकार ने अब सरकार ने वीजा-ऑन-अराइवल का नाम बदलकर ई-टूरिस्ट रख दिया है। किसी देश में बिना वीजा के ही एंट्री कर लेना होता है। उस देश के लोग जिस देश में जाना चाहते हैं, वहां की सरकार ‘वीजा ऑन अराइवल’ की सुविधा देती है।
इंडेक्स में पहला स्थान जापान का है, जिसकी रैंक 190 है।
सिंगापुर दूसरे स्थान पर है, इसकी रैंक 189 है।
तीसरे स्थान पर जर्मनी, फ्रांस, साउथ कोरिया है, ये 188 रैंक पर हैं।
187 रैंक है डेनमार्क, फ़िनलैंड, इटली, स्वीडन, स्पेन की, ये देश चौथे स्थान पर हैं।
पांचवे स्थान पर नॉर्वे, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रिया, लक्सेम्बर्ग, नीदरलैण्ड, पुर्तगाल, यूनाइटेड स्टेट्स 186 रैंक है।
छठे स्थान पर बेल्जियम, स्विट्ज़रलैंड, आयरलैंड, कनाडा हैं, इनकी 185 रैंक है।
ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, माल्टा की 183 रैंक है, ये देश सातवे स्थान पर हैं।
न्यूज़ीलैण्ड, क्जेंच रिपब्लिक की 182 है।
वहीं आइसलैंड की 181 रैंक है।
हंगरी, स्लोवेनिया, मलेशिया की रैंक 180 है और ये देश 10वें स्थान पर हैं।