इन 3 राशियों पर चल रही है शनि की साढ़ेसाती और 2 पर ढैय्या, जरूर करें ये उपाय
ज्योतिष में शनि ग्रह का विशेष महत्व है। इस ग्रह को सबसे मारक ग्रह कहा जाता है। कुंडली में अशुभ शनि होने से व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियां घेर लेती हैं।
शनि एक साथ 5 राशियों को सीधे-सीधे अपना असर डालते हैं। एक समय में तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और दो अन्य राशियों पर ढैय्या जरूर रहती है। शनि एक राशि में करीब ढाई साल रहते हैं।
इस समय शनि धनु राशि में है। इस कारण वृश्चिक, धनु और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती है। जबकि वृष और कन्या राशि पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है।
शनि दोष को कम करने के उपाय
– शनि देव को प्रसंन्न करने के लिए शनिवार के दिन उन्हें तेल चढ़ाना चाहिए और पीपल के पेड़ की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए।
शनिवार को काले तिल का दान, शमी के पेड़ की पूजा और चमड़े के जूते-चप्पल का दान करना भी शुभ माना गया है।
शनिदेव उन लोगों को शुभ फल प्रदान करते हैं जो मेहनती और गरीबों को भोजन कराते हैं। जो व्यक्ति गरीबों का अपमान करता है उस व्यक्ति पर शनि कभी भी अपनी कृपा द्दष्टि नहीं रखते।
शमी के वृक्ष की जड़ को काले कपड़े में पिरोकर शनिवार की शाम दाहिने हाथ में बांधे तथा ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनिश्चराय नम: मंत्र का जप करें।
कुंडली में शनि से जुड़े दोषों को दूर करने के लिए सुंदरकांड का पाठ करें और हनुमान जी के मंदिर में जाकर मीठा प्रसाद चढ़ाएं।
शनिदेव के प्रकोप को शांत करने के लिए यह मंत्र काफी प्रभावी है। शनिदेव को समर्पित इस मंत्र को श्रद्धा के साथ जपने से निश्चित रूप से आपको लाभ होगा।
सूर्य पुत्रो दीर्घ देहो विशालाक्ष: शिव प्रिय:।
मंदाचाराह प्रसन्नात्मा पीड़ां दहतु में शनि:।।
शनि से जुड़े दोष दूर करने या फिर उनकी कृपा पाने के लिए शिव की उपासना एक सिद्ध उपाय है।