महिला तीरंदाजों के पास ओलंपिक कोटे के लिए एक ही मौका : दीपिका
कोरोना काल में खेलों पर रोक लगी है. इसके चलते कई खेल टूर्नामेंट इस साल नहीं हो रहे है. इन हालात में राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया की पूर्व नंबर वन तीरंदाज दीपिका कुमारी की माने तो कई प्रस्तावित टूर्नामेंटों के कैंसिल होने से अगले वर्ष ओलंपिक में भारतीय महिला तीरंदाजों के लिए पूर्ण कोटा हासिल करना मुश्किल चुनौती होगा.
भारतीय टेबल टेनिस प्लेयर मुदित दानी के ऑनलाइन चैट शो ‘इन द स्पॉटलाइट’ पर दीपिका ने बोला कि फिलहाल महिला वर्ग में हमें केवल एक कोटा मिला है और दो अन्य कोटा हासिल करने के लिए क्वालीफायर बचा है. आम तौर पर इस टाइम तक हम पूर्ण कोटा हासिल करते थे.
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जून में विश्व चैंपियनशिप के लिए टीम कोटा हासिल करने में विफल होने के बाद भारतीय महिला तीरंदाजी टीम को पूर्ण कोटा हासिल करने के लिए पेरिस में अंतिम अवसर है.
उन्होंने कहा कि टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने के लिए अब एक टूर्नामेंट hi बचा है और उसे दो स्थान हासिल करने होंगे.
दो बार की विश्व चैंपियन तीरंदाज दीपिका ने पिछले साल बैंकॉक में एशियाई महाद्वीपीय क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर दीपिका टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई किया था. वो ऐसा करने वाली एकमात्र भारतीय महिला तीरंदाज है.
उन्होंने याद किया कि दो बार की ओलंपियन होने के बावजूद उन्होंने कभी ओलंपिक उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लिया क्योंकि ‘तीरंदाजी में हमारी रैंकिंग उद्घाटन समारोह के दिन शुरू होती है. इसलिए मुझे दुख है कि न कभी उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लिया, सिर्फ इसे टीवी पर देखा.
दीपिका के अनुसार देश की महिला तीरंदाजों ने कड़ी मेहनत की है और कोरोना लॉकडाउन से पहले उन्हें कोटा हासिल करने का भरोसा था. उन्होंने बोला कि जब लॉकडाउन हुआ तो एक महीने में क्वालीफायर होने था, हमारी प्रैक्टिस अभ्यास काफी अच्छी जा रही थी, लेकिन बाद में अचानक से हमें मालूम नहीं चला कि क्या करना है.