रायपुर : रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू की मांग पर पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में 5 सितंबर से जेम्स एंड जेमोलॉजी की पढ़ाई 5 अतिथि प्राध्यापक के साथ शुरू हो जाएगी। इसके साथ छात्र-छात्राओं को थ्योरी और प्रैक्टिकल भी कराया जाएगा ताकि वे रत्न आभूषणों के बारे में बारीकी से जानकारी हासिल कर सकें। रायपुर सराफा एसोसिएशन पूर्व अध्यक्ष हरख मालू ने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उच्च शिक्षा सचिव धनंजय देवांगन एवं रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति केएल वर्मा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे स्थानीय युवाओं को रत्न- आभूषण के बारे में बारीकी से तो जानकारी मिलेगी ही साथ ही उन्हें रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू ने बताया कि रविवि में 5 सितंबर से जेम्स एंड ज्वेलरी पाठ्यक्रम पार पाठ्यक्रम शुरू हो जाने से जहां 10 युवाओं को स्व:रोजगार के अवसर भी मिलेंगे वहीं जेम्स एंड ज्वेलरी (रत्न- आभूषण) की बारीकी से जानकारी भी प्राप्त होगी। मालू ने बताया कि रविवि ने पहले चरण की पढ़ाई के लिए 10 छात्र-छात्राओं का चयन कर लिया गया है और वे इस दौरान जेम्स एंड ज्वेलरी की पढ़ाई तो करेंगे ही साथ ही थ्योरी और प्रैक्टिकल के माध्यम से रत्न आभूषणों के बारे में बारीकी से ज्ञान भी प्राप्त करेंगे। पढ़ाई करने वाले छात्रों को 1 साल में डिप्लोमा सर्टिफिकेट और 3 साल पढ़ाई करने के बाद बी.वोक डिग्री प्रदान किया जाएगा।
श्री मालू ने 5 सितंबर से पाठ्यक्रम शुरू होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उच्च शिक्षा सचिव धनंजय देवांगन एवं रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति केएल वर्मा का आभार जताया और कहा कि यहां पढ़ाई करने वाले 10 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हुए आभूषणों की तो पढ़ाई करने के ही साथ ही इन आभूषण रत्नों की बारीक से बारीक जानकारी भी हासिल करेंगे।
श्री मालू ने बताया कि वैसे भी छत्तीसगढ़ अपार खनिज संपदा से परिपूर्ण है लेकिन जेम्स एंड ज्वेलरी पाठ्यक्रम की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब देवभोग से हीरा और कोरंडम का उत्खनन शुरू होगा। क्योंकि सूरत और मुंबई में जेम्स एंड ज्वेलरी का पाठ्यक्रम तो पहले ही शुरू भी हो चुका है और वहां पर जापान से अनफिनिश्ड हीरा भी आने लगा है जिसकी कटिंग, फिनिशिंग और पॉलिशिंग का काम पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं कर भी रहे हैं।
श्री मालू ने बताया कि रविशंकर शुक्ल विद्यालय में जेम्स एंड ज्वेलरी कोर्स की पढ़ाई के लिए राज्य सरकार ने 50 लाख रुपये का अनुदान भी दिया है जिसके माध्यम से यहां लैब और पाठ्यक्रम से संबधित दूसरी चीजों की खरीदी की जा चुकी हैं और बची हुई जरुरत की चीजों को खरीदा जा रहा है।