रूस ने कारतूसों के निर्यात पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया
माॅस्को : रूस ने आग्नेयास्त्र कारतूस और कार्ट्रिज केस के निर्यात पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है।रूसी मंत्रिमंडल ने यह जानकारी दी है। रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन द्वारा हस्ताक्षरित एक आदेश के अनुसार, नागरिक एवं सेवा राइफलों के साथ ही देश में राइफल आग्नेयास्त्रों के लिए कारतूस के निर्यात पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया है, जो इस वर्ष 31 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा।
मंत्रिमंडल ने कहा कि यह प्रतिबंध रूसी सशस्त्र बलों, साथ ही अन्य सैनिकों और सैन्य संरचनाओं की आवश्यकता के लिए कारतूस एवं कारतूस निर्यात पर लागू नहीं किया गया है और इस फैसले का उद्देश्य देश के हितों की रक्षा करना है। मार्च 2022 में हस्ताक्षरित राष्ट्रपति के आदेश के अनुसार, रूसी संघ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विदेशी आर्थिक गतिविधियों में रूसी सरकार यह निर्धारित कर सकती है कि निर्यात के लिए कौन से उत्पाद और कच्चे माल प्रतिबंधित रहेंगे।
सूडान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच चल रहे सशस्त्र संघर्ष के बीच देश के हवाई क्षेत्र को 15 जून तक बंद रखने का निर्णय लिया है। बुधवार को एयरमैन को भेजे गए नोटिस में, प्राधिकरण ने कहा कि मानवीय सहायता लेकर जाने वाले उड़ानों को छोड़कर सभी नागरिक उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र को 15 जून तक बंद करने का निर्णय लिया गया है।
सूडान की राजधानी खार्तूम एवं अन्य इलाकों में 15 अप्रैल को शुरू हुए घातक सशस्त्र संघर्ष के बाद से देश का हवाई क्षेत्र बंद है क्योंकि इस संघर्ष में खार्तूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की हवाई नेविगेशन प्रणाली प्रभावित हुई है। मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, संघर्ष शुरू होने के बाद से अबतक 800 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और लगभग 14 लाख लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं, जिसमें 10 लाख से ज्यादा लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं और लगभग 3.5 लाख लोग पड़ोसी देशों में शरण लिए हुए हैं।