![](https://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2023/06/shivsena-764x430-1.webp)
नई दिल्ली/मुंबई. यूं तो महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में हमेशा ही कुछ नई उथल-पुथल देखने को मिलती है। इसी क्रम में, अब राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और BJP में दरार आने के स्पष्ट संकेत मिले हैं। दरअसल, CM एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे (Shrikant Shinde) ने अपने पद से इस्तीफा देने तक की बात कह दे दी।
क्या कहा श्रीकांत शिंदे ने
वहीं उनका ऐसा कहने के साथ ही अब महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट भी तेज हो गई है. अब तो यह भी चर्चा है कि BJP-शिवसेना के गठबंधन में सबकुछ सही नहीं चल रहा है. दरअसल, कल्याण लोकसभा सीट से सांसद श्रीकांत शिंदे ने बीजेपी के कुछ नेताओं पर शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को कमजोर कर एक प्रकार से स्वार्थी राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने यह भी कहा कि, मुझे किसी पद की लालसा नहीं है। BJP-शिवसेना का वरिष्ठ नेतृत्व जो भी उम्मीदवार तय करेगा, मैं उसका समर्थन करूंगा।
वहीं इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “हमारा लक्ष्य फिर से BJP-शिवसेना गठबंधन बनाना है और केंद्र में BJP के साथ नदी सरकार बनाना है। हम इस दिशा में जो काम कर रहे हैं। लेकिन अगर कोई उसका विरोध करता है, अगर कोई नाराज है और गठबंधन में कोई गड़बड़ी होती है, तो मैं अपने पद से तुरंत ही इस्तीफा देने को तैयार हूं।
क्या है पूरा मामला
जानकारी दें कि, एक महिला से हुई छेड़छाड़ के मामले में BJP के पदाधिकारी नंदू जोशी पर FIR दर्ज की गई है। इसको लेकर नंदू जोशी और कई कार्यकर्ताओं का आरोप है कि डोंबिवली मानपाडा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करने के पीछे शिवसेना का हाथ है।
वहीं, बीते बुधवार को डोंबिवली में राज्य के मंत्री रविंद्र चौहान के नेतृत्व में BJPपदाधिकारियों की बैठक हुई। यहां इस दौरान, शिवसेना को अलग करने का फैसला भी हुआ बताया गया है। इसके अलावा दूसरा कारण ये भी बताया जा रहा है कि BJP ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव की 48 सीटों के लिए प्रभारियों के नाम का एलान भी किया है।