चंडीगढ़ : हरियाणा के महिला एवं बाल विकास मंत्री असीम गोयल ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश की महिलाओं और बच्चों को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने व उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए सरकार उनके पोषण पर विशेष ध्यान दे रही है। उन माताओं को , जिन्होंने अपने नवजात शिशुओं और स्वयं की देखभाल करने में उत्कृष्ट योगदान दिया है , ऐसी 444 माताओं को अंबाला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में 15 जुलाई को “बेस्ट मदर” अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।
असीम गोयल ने यह जानकारी चंडीगढ़ में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद दी। उन्होंने बताया कि “बेस्ट मदर” अवॉर्ड के तहत ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान पर आने वाली महिला को 4 हजार , द्वितीय स्थान पर 3 हजार और तृतीय स्थान पर आने वाली महिला को 2 हजार रुपये की राशि देकर सम्मानित किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने महिलाओं के प्रति अपनी ओर से विशेष सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि एक आम कहावत है कि, “भगवान हर जगह शारीरिक रूप से मौजूद नहीं रह सकते, इसलिए उन्होंने माँ को बनाया है”। माँ ही है जो अपने प्यार और देखभाल से बच्चे के व्यक्तित्व को निखारने, बच्चे का स्वस्थ पालन-पोषण करने, बच्चे के छिपे हुए गुणों और प्रतिभाओं को कुशलता से सामने लाकर उसके जीवन को आकार देने के साथ -साथ बच्चे को स्वच्छ, सुरक्षित और अनुकूल वातावरण प्रदान करने में मदद करती है। उन्होंने कहा कि समाज में, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के साथ-साथ घर की जिम्मेदारी का एक बड़ा हिस्सा भी महिला अर्थात माता को दिया जाता है, लेकिन उसकी मूक भूमिका और जिम्मेदारी को शायद ही कभी सराहा जाता है।
असीम गोयल ने कहा कि वैसे तो सभी माँ श्रेष्ठ होती हैं , लेकिन जो महिला अपने बच्चे की अच्छे से देखभाल करके उसको स्वस्थ एवं हृष्ट-पुष्ट रखती है उनको महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से “बेस्ट मदर” अवार्ड से सम्मानित करने की परम्परा चली आ रही है। इस प्रकार के आयोजन से दूसरी महिलाओं को प्रेरणा भी मिलती है। इस अवसर पर बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त अमनीत पी. कुमार , निदेशक मोनिका मलिक के अलावा विभागीय अन्य अधिकारी उपस्थित थे।