नई दिल्ली : फलों के सेवन से सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। फलों में सभी तरह के मिनरल्स, विटामिन और फाइबर सहित शरीर के लिए सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। फलों के सेवन से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है, खून की कमी दूर होती है, शरीर का विकास होता है, इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और बीमारियों से बचाव होता है।
आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा भावसार के अनुसार, हर चीज की तरह फलों को खाने के कुछ नियम होते हैं। गलत समय और गलत तरीके से फलों को खाने से सेहत को फायदे की जगह नुकसान भी हो सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, फल बहुत हल्के और पचने में आसान होते हैं। अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में ये काफी हल्के होते हैं।
खाना खाने से पहले या बाद यानी भारी खाद्य पदार्थों के साथ फलों के सेवन से पेट से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा करने से फल पेट में उतने ही समय तक रहते हैं जितने समय तक सबसे भारी भोजन पचता है। इससे पेट में बहुत देर तक रहते हैं और पाचन रस द्वारा अधिक पक जाते हैं जिस वजह से किण्वन शुरू कर देते हैं।
पेट में इस तरह पकी हुई किण्वित गंदगी को आयुर्वेद में ‘आमा’ या अनुचित रूप से पचने वाले भोजन विषाक्त पदार्थ कहा जाता है। यह नम, अम्लीय अपशिष्ट पदार्थ पाचन तंत्र में जमा हो जाता है जहां यह पाचन को प्रभावित कर सकता है – हमारे पाचन रसों के उत्सर्जन में बाधा डालता है, पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डालता है और संभावित रूप से अपच, खाद्य संवेदनशीलता और आंत की सूजन में योगदान देता है। यही वजह है कि फलों को अकेले ही खाना हमेशा अच्छा होता है, भोजन के साथ या बाद में नहीं।
आप फल भोजन से 1 घंटे पहले या 2 घंटे बाद खा सकते हैं।
भोजन के साथ या बाद में कभी भी फल न खाएं।
फलों को दूध या दही के साथ न मिलाएं (प्लांट बेस्ड दूध / दही ठीक है)।
फल का रस केवल तभी लें जब आपको पाचन में समस्या हो, ठीक से चबा नहीं सकते हों या कमजोरी हो।
दूध को केवल शुद्ध मीठे और पके फलों के साथ मिलाया जाना चाहिए।
एक पका हुआ मीठा आम को दूध के साथ मिलाया जा सकता है।
अवोकाडो को दूध में मिलाया जा सकता है (यह मलाईदार, मक्खन जैसा और थोड़ा कसैला होता है)।
किशमिश, खजूर और अंजीर जैसे सूखे मेवों को दूध के साथ लिया जा सकता है।
सभी तरह की बेरीज (स्ट्रॉबेरी सहित) को दूध के साथ मिलाने से बचें।
जब बेरीज को दूध के साथ मिलाया जाता है, तो इससे सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं
आम तौर पर दूध और फल का अलग-अलग सेवन करना ही अच्छा विचार है