नई दिल्ली : स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना चने (खासकर काले चने) का सेवन लाभदायक माना जाता है। दैनिक रूप से इसको खाने से शरीर हृष्ट-पुष्ट और तंदुरुस्त रहता है। हरदोई के शतायु आयुर्वेद एवं पंचकर्म केंद्र के डॉक्टर अमित कुमार ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान इसके लाभकारी परिणामों के बारे में बताया। चने को कई लोग सुबह के नाश्ते में लेते हैं। सर्दी, बरसात और गर्मी हर मौसम में खाए जाने वाला कैल्शियम और आयरन से भरपूर होता है। वहीं इसमें प्रोटीन की मात्रा भी प्रचुर होती है। पोषक तत्वों से भरपूर चना शरीर को मजबूत और गठीला बनाने में बहुत मददगार होता है।
हरदोई के शतायु आयुर्वेद एवं पंचकर्म केंद्र के डॉक्टर अमित कुमार ने बताया कि चने में डाइटरी फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है, जो डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त करता है। चने को कुछ लोग पानी में भिगो कर खाते हैं तो कुछ को भुने हुए चने खाने में मजा आता है।
डॉ कुमार कहते हैं, अगर भुने हुए चने के सेवन से होने वाले फायदों की बात करें तो यह डाइजेस्टिव पावर को बढ़ाने में मदद करता है। जिससे पेट में बनने वाली गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं में आराम मिलता है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है।
एनीमिया में भुने हुए चने खाना बहुत ही फायदेमंद होता है। वहीं, इसको गुड़ के साथ खाया जाए तो और अधिक लाभ मिलता है। गुड़-चने को खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन मिलता है। शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है और खून की कमी दूर होती है।
भुने हुए चने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, इसलिए इसको डायबिटीज से जूझ रहे शख्स के लिए बहुत ही फायदेमंद स्नैक माना जाता है। पाचन तंत्र को सुधारने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होता है। इसको खाने से पेट जल्दी भरता है और काफी देर तक भूख नहीं लगती है।
डॉक्टर कुमार सबसे जरूरी बात भी बताते हैं और वो है चने की न्यूट्रिटिव वैल्यू। उनके मुताबिक 100 ग्राम चने में करीब 58.99 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 25.21 ग्राम प्रोटीन, 18.3 ग्राम डाइटरी फाइबर और 1.64 ग्राम फैट होता है। इसके अलावा इसमें अच्छी मात्रा में आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक और कॉपर जैसे कई माइक्रोन्यूट्रिएंट भी मौजूद होते हैं।