उत्तर प्रदेशराज्य

बदायूं के मंदिर प्रशासन में आवारा कुत्तों को खाना नहीं खिलाने के आदेश को लिया वापस

बदायूं : बदायूं जिले के एक मंदिर प्रशासन ने उस बैनर को हटा दिया, जिसमें भक्तों से आवारा कुत्तों को खाना नहीं खिलाने के लिए कहा गया था। मंदिर समिति के अनुसार, इस आदेश के पीछे का मकसद आवारा कुत्तों के खतरे को रोकना था।

पुराना बाजार इलाके में स्थित इस मंदिर में एक बैनर लटका हुआ था, जिस पर लिखा था, आवारा कुत्तों को खाना खिलाने वाले लोगों को न तो कोई सेवा प्रदान की जाएगी और न ही उनसे प्रसाद स्वीकार किया जाएगा। मंदिर के पुजारी ऐसे लोगों के घरों में कोई अनुष्ठान नहीं करेंगे। कुत्ते मंदिर परिसर को गंदा कर देते हैं, जिससे बीमारी हो सकती है। जो लोग इन जानवरों को खाना खिलाना चाहते हैं वो इन्हें घर ले जा सकते हैं।

हालांकि, सोशल मीडिया अभियान के माध्यम से पशु अधिकार कार्यकर्ता विकेंद्र शर्मा द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद बैनर को रविवार को हटा दिया गया, जिसके बाद जिला प्रशासन ने पुलिस को मामले में हस्तक्षेप करने का आदेश दिया।

मंदिर के पुजारी ने कहा कि नोएडा में रहने वाले मंदिर समिति के निदेशक ने बैनर लगाने का आदेश दिया था। विकेंद्र शर्मा ने कहा, यह एक अमानवीय कृत्य है। अगर सभी मंदिरों में एक जैसे निर्देश आ गए तो आवारा जानवर कहां जाएंगे? मंदिर समिति में पांच भाई शामिल हैं, और उनमें से एक पशु प्रेमी है जो मंदिर के पास आवारा कुत्तों को खाना खिलाता है।

कोतवाली थाने के एसएचओ राजकुमार तिवारी ने कहा, हमें पुजारी के खिलाफ भक्तों से आवारा कुत्तों को खाना नहीं खिलाने के लिए कहने की शिकायत मिली थी। मंदिर में एक पुलिस टीम भेजी गई थी और बैनर हटा दिया गया है। हमने पुजारी को चेतावनी दी है।

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