अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में चीनी महिला जासूस गिरफ्तार, तीन की तलाश जारी

तीन साल तक रही लैब असिस्टेंट, किसी को नहीं लगी भनक

वॉशिंगटन : अमेरिका में एफबीआई ने शुक्रवार और शनिवार की रात करीब 3 बजे सैन फ्रांसिस्को की डिप्लोमैटिक फेसेलिटी से तांग जुआन (37) को गिरफ्तार कर लिया। मिली जानकारी के अनुसार अमेरिकी खुफिया एजेंसियां देश में तीन और चीनी जासूसों की तलाश कर रही हैं। देश की सीमाओं पर मौजूद अफसरों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। मूल पेशा चूंकि जासूसी है।

बीजिंग में तांग जुआन ने बायोलॉजी से ग्रेजुएशन किया। वहां चीनी सेना के लैब में काम करने लगी। इसके बाद अमेरिकी अंदाज में अंग्रेजी बोलना सीखा। जासूसी की ट्रेनिंग ली। अमेरिकी वीजा बना और न्यूयॉर्क पहुंच गई। अमेरिका के नामी डेविस रिसर्च लैब में बतौर असिस्टेंट नौकरी मिली। यह तो पार्ट टाइम जॉब था। मिशन जासूसी ही था। वो भी दुनिया के सबसे ताकतवर देश में। तांग को कई बार देश के अलग-अलग कॉन्स्युलेट्स या डिप्लोमैटिक फेसेलिटी में जाते देखा गया।

तांग खुद सोशल मीडिया पर नहीं थी। लेकिन, उसके एक दोस्त ने उसकी एक फोटोग्राफ फेसबुक पर शेयर कर दी। यह फोटो तब की थी जब तांग बीजिंग के आर्मी लैब में काम करती थी। एफबीआई का शक पुख्ता हो गया। तांग की निगरानी सख्त कर दी गई। नहीं, कोई भी नागरिक वाजिब वजहों से अपने देश की डिप्लोमैटिक फेसेलिटीज में जा सकता है। लेकिन, अगर वो वहां रहना चाहता है तो इसकी मंजूरी संबंधित देश की सरकार से लेनी होती है।

तांग सैन फ्रांसिस्को, ह्यूस्टन और टेक्सॉस के चीनी कॉन्स्युलेट्स में न सिर्फ जाती रही बल्कि यहां महीनों तक रहीं। जबकि, न तो वो डिप्लोमैटिक मिशन का हिस्सा था और न ही उसका कोई रिश्तेदार (घोषित तौर पर) वहां था। सवाल यह कि फिर वहां उसका इतना आना-जाना क्यों था?

Related Articles

Back to top button