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CM बोले, ओले नहीं फसल पर पत्थर पड़े, सरकार देगी अन्नदाता को मदद

fr3_1457522609दस्तक टाइम्स एजेंसी/ग्वालियर। ऐसा लगता है कि फसल पर ओले नहीं पड़े, बल्कि हार्वेस्टर लेकर पूरी फसल ही काट दी गई है। यही नहीं पत्थर खेत में पटके हैं। ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ग्वालियर के देहात इलाकों में फसल के नुकसान का जायजा लेते हुए कही।
बीमा के अलावा सरकार अलग से देगी सहायता…..
मुख्यमंत्री चौहान सीधे राजधानी भोपाल से ग्वालियर आए और मुरार के बरई गांव में खेतों में किसानों के बीच पहुंच गए। फसल का नुकसान देखते ही मुख्यमंत्री ने दुखी होकर कहा कि फसल का बारिश और ओले से नष्ट होना किसान के लिए कष्टकारक है। ऐसा लगता है कि ओले नहीं आसमान से पत्थर बरसे हैं
सरकार करेगी किसानों की सहायता
सरकार ज्यादा से ज्यादा सहायता देगी। इसमें फसल बीमा के अतिरिक्त मप्र सरकार प्रति हेक्टेयर अलग से मुआवजा देगी औऱ नकुसान का जायजा तीन विभाग लेंगे। उन्होंने कहा विकास कार्य रूकें तो रूक जाएं, पर किसानों को राहत देने में धन की कमी नहीं आने दी जायेगी।
 
तीन विभाग करेंगे नुकसान का आंकलन
सर्वे का काम राजस्व, कृषि एवं पंचायत विभाग का अमला संयुक्त रूप से करेगा, जिससे किसी प्रकार की शिकायत की गुंजाइश न रहे। सर्वे की सूची ग्राम पंचायत भवन के सूचना पटल पर प्रदर्शित की जायेगी। सर्वे में किसी प्रकार की शिकायत होने पर किसान की संतुष्टि के लिये दुबारा सर्वे कराया जायेगा।
 
 
7 हजार से ज्यादा किसानों का हुआ नुकसान
बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से ग्वालियर के 87 गांवों के 7357 किसानों की 6754 हेक्टेयर रकबे की फसलों को नुकसान पहुंचा है।शुरूआती सर्वेक्षण के मुताबिक प्रभावित गांवों में से 35 गांव की फसलों में 50 फीसद से अधिक , 13 गांव में 25 से 50 प्रतिशत और 39 गांवों की फसलों को 25 प्रतिशत से कम नुकसान हुआ है। प्रभावित गांवों में हर खेत की फसल के सर्वेक्षण का काम युद्धस्तर पर जारी हैं।
 
यह घोषणा की मुख्यमंत्री ने
-15 हज़ार प्रति हेक्टेयर के हिसाब से दी जायेगी राहत।
-फसल बीमा की राशि भी दिलाई जायेगी।
-जरूरतमंदों को रोजगार दिलाने कराई जायेगी तालाबों की मरम्मत।
-अति प्रभावित किसानों को दिया जायेगा एक रूपये प्रति किलो के हिसाब से राशन।
-प्रभावित किसान की कन्या के विवाह के विवाह के लिए सरकार 25 हज़ार की आर्थिक सहायता देगी।
-प्रभावित किसानों के कृषि ऋण एवं बिजली बिल की वसूली स्थगित।
-बिजली बिल का ब्याज सरकार भरेगी।
-फसल के लिए बिना ब्याज का ऋण देगी सरकार।

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