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ग्रीन टी पीने वालों को नहीं होता कोविड-19 संक्रमण ? जानें क्या है सच

नई दिल्ली : ग्रीन टी पीने से कोविड-19 संक्रमण को रोकने में मदद मिल सकती है यह बात कितनी सच है यह जानना चाहते हैं? आपको बता दें कि ग्रीन टी में जीका, हेपेटाइटिस सी, इन्फ्लूएंजा (फ्लू), डेंगू और एसएसआरएनए वायरस के खिलाफ एंटी-वायरल गुण होते हैं.

ग्रीन टी (कैमेलिया साइनेंसिस) दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय हेल्दी ड्रिंक्स में से एक है. ग्रीन टी को इसके एंटीआॅक्सिडेंट, एंटीवायरल और इम्यूनिटी-बढ़ाने गुणों के कारण हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद माना है. हाल ही में रअफर-उङ्मश्-2 वायरस के मैनेजमेंट में संभावित भूमिका के लिए इसकी जांच की गई है, जो उडश्कऊ-19 बीमारी का कारण बनता है. क्या आपने भी यह सुना है कि ग्रीन टी (ॠ१ीील्ल ळीं) पीने से कोविड-19 (उङ्म५्र&ि19) बीमारी से बचा जा सकता है? जानें क्या है सच.

क्या ग्रीन टी के सेवन से उडश्कऊ-19 बीमारी ठीक हो सकती है ?
ग्रीन टी अच्छी सेहत को बढ़ावा देने वाले पॉलीफेनोल्स से भरपूर होती है, जैसे कि एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट (ईजीसीजी). जिसमें जीका, हेपेटाइटिस सी, इन्फ्लूएंजा (फ्लू), डेंगू और एसएसआरएनए वायरस के खिलाफ एंटी-वायरल गुण होते हैं. ऐसे ही रअफर-उङ्मश्-2 एक २२फठअ वायरस है. इस प्रकार, वायरस के उपचार और उडश्कऊ-19 महामारी के इलाज के लिए ग्रीन टी के अर्क की जांच की जा रही है.

ग्रीन टी पीने से उडश्कऊ-19 को रोका या ठीक नहीं किया जा सकता है
टेस्ट-ट्यूब रिसर्च से पता चलता है कि ग्रीन टी का अर्क स्पाइक प्रोटीन को नुकसान पहुंचाकर, मानव कोशिकाओं में इसके प्रवेश को रोककर और वायरस की कुल मात्रा को कम करके रअफर-उङ्मश्-2 वायरस का मुकाबला कर सकता है. संक्रमण के शुरूआती चरणों के दौरान ईजीसीजी के साथ टेस्ट ट्यूब सेल्स का उपचार सबसे प्रभावी रहा था. हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि ग्रीन टी पीने से ही उडश्कऊ-19 को रोका या ठीक नहीं किया जा सकता है. अधिकांश अध्ययनों में ईजीसीजी जैसे सिंगल ग्रीन टी के अर्क का इस्तेमाल किया गया, जो नैचुरल टी में पाए जाने वाले मात्रा की तुलना में बहुत अधिक होता है.

कोविड-19 से संक्रमित हैं तो ग्रहीन टी पीने से क्या फायदा हो सकता है?
यदि कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तो ग्रीन टी पीने से कोविड-19 के कारण होने वाली परेशानियों लक्षणों में राहत मिल सकती है जिसमें मासपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, थकान को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.

ग्रीन टी और इम्यून हेल्थ
जिंक: इंफेक्शन के कारण होने वाले हार्मफुल रिएक्टिव आॅक्सीजन स्पीसेज कम करता है.
सेलेनियम: संक्रमण से लड़ने के लिए इम्यूनिटी को बढ़ाता है.
कॉपर: शरीर की नैचुरल कीलर सेल्स की गतिविधि को बढ़ाता है
विटामिन बी2: वायरल संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी के कार्य को बढ़ाता है.
विटामिन बी12: इम्यून सेल्स के प्रोडक्शन को बढ़ाता है.

इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (ककरएफ), भोपाल के वैज्ञानिकों की एक टीम की एक रिव्यू के अनुसार ग्रीन टी का सेवन अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, लेकिन उडश्कऊ-19 को ठीक करने में इसकी प्रभावशीलता के बारे में दावा अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है.

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