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कीव में 3.5 लाख घरों की बिजली गुल, 80% घरों में पानी नहीं; जानें क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली: यूक्रेन-रूस में जारी जंग के बीच एक और बड़ी खबर है. रूस ने यूक्रेन के प्रमुख शहरों के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं और राजधानी कीव समेत यूक्रेन में तबाही मचा दी है. रूस के इन ताबड़तोड़ हमलों के कारण यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों में पानी और बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है. यूक्रेन में पानी के लिए लोग तरसने लगे हैं और ज्यादातर इलाके में अंधकार छा गया है. इस युद्ध को नौ महीने हो चुके हैं. रूस ने यूक्रेन के बिजली संयंत्रों और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचों को निशाना बनाकर अपने हमले तेज कर दिए हैं. रूस की रणनीति के परिणामस्वरूप यूक्रेन के बड़े हिस्से पहले से ही बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं.

यूक्रेन में अब बिजली और पानी के लिए हाहाकार मच गया है. रूस की ओर से कीव में बुनियादी ढांचों पर हमला किया गया है. कीव में 80 फीसदी से अधिक घरों में पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो चुकी है. 3.5 लाख घरों की बिजली प्रभावित भी हुई है. इस बढ़ती सर्दी में यह किसी सितम से कम नहीं है. पीने के पानी की भी समस्या भी उत्पन्न हो रही है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसके सुरक्षाबलों ने ‘यूक्रेन की सैन्य कमान और ऊर्जा प्रणालियों को निशाना बनाकर हवा और पानी में मार करने वाले लंबी दूरी के हथियारों के साथ हमले किए.’

यूक्रेन की राजधानी कीव के कई हिस्सों में सोमवार तड़के धमाकों की तेज आवाजें सुनी गईं. सुबह-सुबह अपने काम पर जाने की तैयारी कर रहे कई लोगों को आपातकालीन विभाग की ओर से मिसाइल हमलों के बारे में चेतावनी वाले संदेश मिले. शहर में इस दौरान करीब तीन घंटे तक हवाई हमलों के खतरे के सायरन बजते रहे. कीव के मेयर वितोली कलितस्चको ने बताया कि हमलों के कारण यूक्रेन की राजधानी के एक हिस्से में बिजली व पानी की आपूर्ति ठप है. उन्होंने कहा कि कीव में रहने वाले करीब 80 प्रतिशत लोगों को पानी की आपूर्ति बाधित हुई है. लोगों को निकटतम पंप रूम और बिक्री केंद्रों से पानी खरीद कर भंडारण करने के लिए कहा गया है.

कलितस्चको ने कहा कि शहर के करीब साढ़े तीन लाख घरों में बिजली की आपूर्ति करने वाले संयंत्र को ठीक करने के लिए स्थानीय अधिकारी जुटे हुए हैं. उन्होंने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि कीव के कुछ इलाकों में तीन से चार घंटों के भीतर पानी की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी. यूक्रेन के प्रति समर्थन जताने के लिए चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फिआला, विदेश, रक्षा और आंतरिक मंत्रियों सहित उनकी सरकार के कई शीर्ष अधिकारियों के कीव पहुंचने से ठीक पहले यह हमले हुए.

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