मालदीव की निकली हेकड़ी, देश की अर्थव्यवस्था बचाने के लिए अब भारतीय पर्यटकों से मांगी मदद
नई दिल्ली: लक्ष्यदीप और भीरतीयों सैनिकों की वापसी को लेकर बार-बार भारत को आंखें दिखाने वाले मालदीव की लगता है सारी हैकड़ी निकल गई है और अब यह घुटनों के बल आ गया है। भारत और मालदीव के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच मालदीव के पर्यटन मंत्री ने सोमवार को भारतीयों से आग्रह किया कि वे पर्यटन पर निर्भर उनके देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दें। मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल ने यहां एक साक्षात्कार में मालदीव और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा एक इतिहास है। हमारी नवनिर्वाचित सरकार भी मिलकर (भारत के साथ) काम करना चाहती है। हम हमेशा शांति और मैत्रीपूर्ण वातावरण को बढ़ावा देते हैं। हमारे लोग और सरकार आने वाले भारतीयों का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। पर्यटन मंत्री के तौर पर मैं भारतीयों से कहना चाहता हूं कि कृपया मालदीव के पर्यटन का हिस्सा बनें। हमारी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर निर्भर करती है।”
दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छह जनवरी को ‘एक्स’ पर लक्षद्वीप की कुछ तस्वीरें और वीडियो साझा की थीं जिस पर मालदीव के तीन मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर भारत और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की। इस घटना को लेकर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई और लोगों ने सोशल मीडिया में मालदीव का बहिष्कार करने और पर्यटन के लिए वहां नहीं जाने की बात की। सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल के पहले चार महीनों की तुलना में इस साल के पहले चार महीनों में भारत से मालदीव पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में 42 प्रतिशत की कमी आई है।