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वजन घटाने के लिए बड़े काम का है आलू! बस जान लीजिए खाने का सही तरीका

नई दिल्ली : वजन कम करने के लिए फिटनेस एक्सपर्ट्स सबसे पहले कार्ब्स वाली चीजों से बचने की सलाह देते हैं. लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि स्टार्च से भरपूर आलू आपका वजन कम कर सकते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि भोजन (Meal) के समय लोग पेट भरने के लिए ऐसी चीजें खा लेते हैं जिनमें ज्यादा कैलोरी होती हैं. नतीजन उनका वजन कम होने के बजाय बढ़ने लगता है और उनके लिए ये समझना मुश्किल हो जाता है कि सबकुछ करने के बाद भी उनका वेट कम (weigh less) क्यों नहीं हो रहा है? अगर आप वेट लॉस डाइट में आलू (potato) जोड़ना चाहते हैं तो आलू खाने का सही तरीका भी जान लीजिए.

शोधकर्ताओं के अनुसार, जो लोग अपनी डाइट में आलू को शामिल करते हैं उनका पेट जल्दी भर जाता है और वो बाकी लोगों की तुलना में कम खाना खाते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि आलू कार्ब युक्त तो होता है लेकिन यह हैवी वेट फूड की लिस्ट में आता है. हैवी वेट फूड्स (heavy weight foods) वो होते हैं जो पचने में अधिक समय लेते हैं. लाइट फूड्स वह होते हैं जो भारी भोजन की तुलना में अधिक तेजी और आसानी से पच जाते हैं.

दरअसल हैवी वेट फूड से आपका पेट जल्दी भर जाता है जिसके बाद आपको इसके बाद अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों को खाने की जरूरत महसूस नहीं होती. इतना ही नहीं आलू से लंबे समय तक आपका पेट भरा-भरा महसूस होता है जिससे बार बार-बार कुछ ना कुछ खाने से भी बचते हैं.

100 ग्राम आलू में लगभग 80 कैलोरी होती है जो गाजर और ब्रोकोली जैसी सब्जियों की तुलना में दोगुनी है. लेकिन आपको बता दें कि ये रोटी, चावल और पास्ता की तुलना में कम कैलोरी वाला होता है.

हालांकि शोधकर्ताओं ने इस दौरान ये साफ कर दिया कि वजन कम करने के लिए आलू को पकाने और तैयार करने की विधि महत्वपूर्ण है. आलू से वजन कम करने का मतलब यह नहीं है कि आप चिप्स और तेल में तले आलू खाएं. तेल की वजह से आलू का पोषण कम हो जाता है और इससे वजन भी बढ़ सकता है.

अमेरिका में लुइसियाना स्थित पेनिंगटन बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर की डाइटीशियन और इस रिसर्च की को-ऑथर प्रोफेसर कैंडिडा रेबेलो ने बताया, ‘ हमने अक्सर यह देखा है कि वजन कम करने की दिशा में काम कर रहे लोग लंबे वक्त तक भरा हुआ महसूस करने के लिए कैलोरी की परवाह किए बिना एक ही टाइप का भोजन करते रहते हैं ताकि उन्हें भूख ना लगे.”

उन्होंने आगे कहा, ”इससे ज्यादा बेहतर ये है कि आप कम कैलोरी वाले हैवी फूड्स खाएं. इससे आप आसानी से अपनी प्लेट से कैलोरी की संख्या को कम कर सकते हैं.” कैंडिंडा कहती हैं कि हमारी रिसर्च का मुख्य पहलू यही है कि हमने यहां भोजन की मात्रा को कम नहीं किया बल्कि आलू को शामिल करके भोजन से कैलोरी की मात्रा को कम किया है.

उन्होंने आगे बताया, ”रिसर्च के दौरान हमने जिन लोगों का आंकलन किया उन्हें उनकी डेली कैलोरी जरूरत के हिसाब से भोजन दिया गया था. लेकिन इस दौरान कुछ प्रतिभागियों की थाली में मीट की जगह आलू शामिल कर दिया था. हमने देखा कि आलू खाने वाले प्रतिभागियों का पेट जल्दी भर गया और पेट भरने की वजह से उनमें कई अपनी प्लेट में मौजूद बाकी चीजें भी खत्म नहीं कर पाएंगी. इस दौरान इन लोगों ने बताया कि उनका पेट काफी देर तक भरा रहा और उन्हें भूख नहीं लगी.”

आलू को वजन बढ़ाने वाला फूड माना जाता है जिससे व्यक्ति मोटापे, टाइप 2 डायबिटीज और हृदय रोग का शिकार हो सकता है. लेकिन वास्तव में ये भी उतना ही मायने रखता है कि आप किस तरह, कितना और कैसे खाना खा रहे हैं. शोधकर्ताओं के अनुसार, अगर आप कम ऊर्जा वाले हैवी फूड्स का चुनाव करते हैं तो इससे आपको कैलोरी भी कम मिलेंगी और आपका पेट भी जल्दी ही भर जाएगा.

इस रिसर्च के लिए टीम ने 18 से 60 वर्ष की आयु के 36 लोगों को का आंकलन किया था जो अधिक वजन वाले, मोटापे से ग्रसित और इंसुलिन रेसिस्टेंस से पीड़ित थे. इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin ‎Resistance) एक ऐसी स्थिति है जिसमें कोशिकाएं ब्लड शुगर (खून में ग्लूकोस की मात्रा) को अवशोषित करने में सक्षम ‎नहीं होती हैं जिससे खून में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है.

रिसर्च के दौरान शोधार्थी प्रतिभागियों को देने से पहले उबले हुए आलूओं को छिलकों समेत 12 से 24 घंटे के लिए फ्रिज में रखते थे क्योंकि कूलिंग प्रॉसेस से उनमें फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है जिससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ता नहीं है. जो आमतौर पर डायबिटीज के रोगियों का आलू खाने पर बढ़ जाता है. अगर डायबिटीज के रोगी इस तरह आलू खाते हैं तो उन्हें भी ये नुकसान नहीं करेगा.

ये रिसर्च जर्नल ऑफ मेडिसिनल फूड में प्रकाशित हुई है. इस रिसर्च में शोधकर्ताओं ने दावा किया कि रिसर्च में आलू खाने वाले प्रतिभागियों का 5.8 किलोग्राम वजन कम हुआ तो वहीं, बीन्स खाने वाले लोगों का चार किलो वजन कम हुआ.

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