पुनर्घनत्वीकरण योजना में 2 हजार करोड़ की लागत से 28 योजनाएँ संचालित : अध्यक्ष तिवारी
भोपाल : मध्यप्रदेश हाऊसिंग एवं अधो-संरचना विकास मंडल के अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने बताया कि मंडल की महत्वावकांक्षी पुनर्घनत्वीकरण योजना में 2 हजार करोड़ रूपये की लागत से निर्माण कार्य संचालित हैं। वर्तमान में प्रदेश में 28 योजनाएँ प्रगतिरत हैं। तिवारी कहा कि शुक्रवार को पर्यावास भवन में बोर्ड के मुख्यालय में संपन्न बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सहमति प्रदान की गई। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई, उप सचिव वित्त अरूण पालीवाल, संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश सुनील नाथ, अधीक्षण यंत्री लोक निर्माण जी.पी. वर्मा, संयुक्त महाप्रबंधक आवास एवं नगर विकास अशोक पटेल, आयुक्त हाउसिंग बोर्ड चंद्रमौलि शुक्ला एवं प्रशासनिक मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती विदिशा मुखर्जी उपस्थित रहे।
अयोध्या बायपास की प्राइम लोकेशन पर मण्डल द्वारा अपनी महत्वाकांक्षी आवासीय योजना सुरम्य परिसर फेस-2 के रूप में प्रारंभ की गई है। इसमें 11.14 हेक्टेयर भूमि में से 3.90 हेक्टेयर भूमि पर 240 प्रकोष्ठ एवं 34 दुकान के लिये विकास कार्य प्रस्तावित है, जिसकी लागत 117 करोड़ रूपये है। एचआईजी, एमआईजी एवं दुकानों के विक्रय से 13160 लाख की प्राप्तियाँ संभावित हैं।
मंडल के आयुक्त शुक्ल ने बताया कि मंडल की बहुउद्देशीय पुनर्घनत्वीकरण योजनाओं के प्रभावी नियंत्रण के लिए मुख्यालय स्तर पर प्रकोष्ठ गठन के प्रस्ताव पर बोर्ड द्वारा सहमति प्रदान की गई है। प्रदेश में 2 हजार करोड़ की लागत से प्रचलित इन योजनाओं को मंडल द्वारा समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाना है। इन योजनाओं की सतत मॉनिटरिंग एवं गुणवत्ता नियंत्रण के लिए 8 वरिष्ठ अधिकारियों की सेवाएँ ली जायेंगी।
पुनर्घनत्वीकरण में उज्जैन स्थित राजस्व कॉलोनी, मुरैना में पुरानी सब्जी मण्डी के पास शासकीय आवास की 1.212 हेक्टेयर भूमि, सागर जिले की खुरई तहसील मुख्यालय में स्थित पुराना चिकित्सालय, पशु चिकित्सालय एवं तहसील कार्यालय की भूमि पर निर्माण कार्यों के साथ ही सिंगरौली जिला मुख्यालय के बैढन नगर में सिंचाई विभाग के कार्यालय एवं आर.आई. क्वाटर्स की भूमि एवं भोपाल स्थित रामनगर परीबाजार में निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।
मंडल द्वारा पदोन्नति एवं नवीन भर्ती न होने के कारण वरिष्ठ अधिकारियों की कमी से आ रही परेशानियों के दृष्टिगत ऐसे वरिष्ठ उप यंत्री, जिन्हें एक ही पद पर 20 वर्ष हो चुके हैं एवं जो कार्यपालन यंत्री का समयमान-वेतनमान प्राप्त कर रहे हैं, को कार्यपालन यंत्री का प्रभार दिये जाने पर बोर्ड द्वारा सहमति प्रदान की गई। इन्हें कोई अतिरिक्त आर्थिक लाभ प्राप्त नहीं होगा। वे वही वेतन प्राप्त करते रहेंगे, जो वर्तमान में प्राप्त कर रहे हैं। इसी के साथ अर्जुन फिटनेस क्लब के दैनिक वेतन भोगी और अनुबंधित संविदा कर्मियों को अवकाश का लाभ प्रदान किया गया।