जालौर: राजस्थान के जालौर में गुरुवार को बाड़मेर हाइवे पर स्पेशल एयरस्ट्रिप की शुरुआत की गई. पाकिस्तान से सटी सीमा पर सुखोई और जगुआर जैसे वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने यहां पर अपना दम दिखाया और हाइवे पर लैंडिंग की.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में इसकी शुरुआत की गई. खास बात ये है कि दोनों मंत्री भी वायुसेना के स्पेशल विमान से इसी एयरस्ट्रिप पर आए थे.
पाकिस्तान की सीमा से कुछ ही दूरी पर स्थित ये करीब 4 किमी. लंबी एयरस्ट्रिप पर वायुसेना के लड़ाकू विमान लैंड कर सकेंगे. यहां पर गुरुवार को रनवे पर सुखोई लड़ाकू विमान ने फ्लाइपास किया, साथ ही जगुआर और एयरफोर्स के अन्य विमान भी इस दौरान यहां पर दिखाई दिए.
खास बात ये है कि ये एयरस्ट्रिप भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास ही है, ऐसे में भविष्य में सामरिक रूप से भी इसकी काफी अहमियत होगी. हाइवे पर इस तरह की एयरस्ट्रिप की कई अहम भूमिकाएं होती हैं, यहां पर करीब चार एयरक्राफ्ट को पार्क करने की सुविधा भी होगी.
वायुसेना पिछले कुछ वक्त से लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों में नेशनल हाइवे पर इस तरह के एयरस्ट्रिप बनाने पर फोकस कर रहा है. ये पहला नेशनल हाइवे है, जहां पर इसतरह की एयरस्ट्रिप तैयार हुआ है. इससे पहले उत्तर प्रदेश के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर भी सुखोई लैंड कर चुका है.
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत निर्माण
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बाड़मेर-जालोर की सीमा पर देश की पहली इमरजेंसी एयर स्ट्रिप तैयार की गई है। यह एयर स्ट्रिप पाकिस्तान बॉर्डर से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर है। बाड़मेर-जालोर जिले की सीमा अगड़ावा में बनी इमरजेंसी हवाई पट्टी वायुसेना के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए बनाई गई है।
32.95 करोड़ की लागत से निर्माण
32.95 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस हवाई पट्टी की 3 किमी. लंबाई और 33 मीटर चौड़ाई है। हवाई पट्टी के दोनों सिरों पर 40 गुणा 180 मीटर आकार की दो पार्किंग भी बनाई गई है, ताकि लैंडिंग के बाद विमानों को पार्क किया जा सके। इसके अलावा 25 गुणा 65 मीटर आकार की एटीसी प्लिंथ का डबल मंजिला एटीसी केबिन के साथ निर्माण किया गया है, इमरजेंसी हवाई पट्टी के पास 3.5 किमी. लंबी और 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है। इस पर 33 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
देश में तैयार होगी ऐसी 12 इमरजेंसी एयरस्ट्रिप
एयरपोर्ट के अलावा पहली बार देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी किसी हवाई पट्टी पर उतरेंगे। रक्षा व ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के सहयोग से देश में इस तरह के करीब 12 हाईवे तैयार किए जा रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस एयर स्ट्रिप का उद्घाटन करेंगे। आज सुखोई एसयू-30, मिग और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान तेज गर्जना के साथ आपातकालीन हवाई पट्टी पर लैंडिंग करेंगे।
बाड़मेर के गांधव (बाखासर) में भारत माला हाईवे NH-925A पर बनी आपातकालीन हवाई पट्टी 3000 मीटर (3 किमी.) लंबी और 33 मीटर चौड़ी है। इस हवाई पट्टी को बनाने में 32.95 करोड़ रुपए लागत आई है। भारत-पाक बॉर्डर से महज 40 किमी. दूरी पर यह हवाई पट्टी बनाई गई है।