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CII: किसानों को बिचौलियों के हाथों में छोड़ दिया गया था: पीएम मोदी

नई दिल्ली (एजेंसी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के वार्षिक सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सख्त कदम उठाने के साथ हमें अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ाना है। मुझे भारत की क्षमता, प्रतिभा और प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर भरोसा है। मुझे किसानों, एमएसएमई और उद्योग दिग्गजों पर भरोसा है। इसलिए मैं यकीन से कह सकता हूं कि देश वृद्धि के रास्ते पर लौटेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए 5 चीजें बहुत ज़रूरी हैं। Intent, Inclusion, Investment, Infrastructure और Innovation उन्होंने कहा कि हमारे लिए सुधार कोई random या scattered decisions नहीं हैं।

हमारे लिए सुधार systemic, planned, integrated, inter-connected और futuristic process है। हमारे लिए सुधार का मतलब है फैसले लेने का साहस करना। सबसे भी आगे बढ़कर, अब देश के strategic sectors में भी private players की भागीदारी एक Reality बन रही है।

आप चाहे space sector में निवेश करना चाहें, atomic energy में नयी opportunities को तलाशना चाहें, possibilities आपके लिए पूरी तरह से खुली हुई है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कारोबारियों को भरोसा दिया कि वो उनके साथ हैं, आप एक कदम आगे बढ़ाइए, सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी।

पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें…

  • रोजगार के अवसर को बढ़ाने के लिए लेबर रिफॉर्म किए जा रहे हैं।
  • कोयला सेक्टर को सभी बंधनों से मुक्त किया है।
  • स्पेस सेक्टर एटॉमिक एनर्जी और अन्य स्ट्रैटेजिक सेक्टर को निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया है।
  • एमएसएमई की परिभाषा बदलने की मांग पूरी हुई।
  • एपीएमसी एक्ट में बदलाव के बाद किसान जिसे चाहे, जहां चाहे अपनी शर्तों पर फसल को भेज सकता है।
  • किसान किसी भी राज्य में अपने फसल को भेज सकते हैं, पहले इस पर बंदिश थी।
    भारत से दुनिया की उम्मीदें और बड़ी है।
  • दुनिया की जो भारत से उम्मीदें बढ़ी हैं, उसका उद्योग जगत को पूरा फायदा उठाना चाहिए।
  • आप जो कदम बढ़ाएंगे, सरकार चार कदम आगे बढ़कर आपकी मदद करेगी।
  • भारतीय उद्योग जगत के लिए यह वृद्धि का अवसर है।
  • अनेक क्षेत्रों में इंपोर्ट पर हमारी निर्भरता को कम करना है।
  • इंडस्ट्री को घरेलू ग्रोथ को आगे ले जाना है। सीआईआई जैसी संस्था को चैंपियंस ऑफ इंडी जीनियस इन डॉमेस्टिक इंडस्ट्री के तौर पर काम करना चाहिए।
  • आत्मनिर्भर बनाने के लिए निजी सेक्टर की हर बातों का ख्याल रखने के लिए हमारी सरकार कृतसंकल्प है।
  • हम और भी स्ट्रक्चरल रिफॉर्म करेंगे जो भारत को एक नई दिशा देगा।

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