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कैलिफोर्निया: हिंदू मंदिर में तोड़-फोड़ की अमेरिकी सांसदों ने की कड़ी निंदा, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग

नेवार्क: अमेरिका में तीन प्रमुख भारतीय अमेरिकी सांसदों सहित कई नेताओं ने कैलिफोर्निया में एक हिंदू मंदिर में तोड़-फोड़ किए जाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कैलिफोर्निया के नेवार्क में स्थित श्री स्वामीनारायण मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित किया किया और उसमें तोड़-फोड़ की गई। पुलिस इस मामले को नफरती अपराध मानकर जांच कर रही है।

सांसद रो खन्ना ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह कैलिफोर्निया के नेवार्क में स्थित स्वामीनारायण मंदिर में तोड़-फोड़ की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। स्वामीनारायण मंदिर खन्ना के निर्वाचन क्षेत्र में आता है। खन्ना ने कहा, ‘‘धार्मिक स्वतंत्रता अमेरिकी लोकतंत्र का मूल है , जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।” खन्ना ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि समुदाय के लोग इस नफरत के खिलाफ एक साथ आ रहे हैं और भित्तिचित्रों को हटा रहे हैं। उन्होंने कहा, ”समुदाय की यह पहल बुराई का जवाब अच्छाई से दे रही है।”

सांसद राजा कृष्णामूर्ति ने स्वामीनारायण मंदिर को विरूपित किए जाने की घटना को ‘निंदनीय’ करार दिया और कहा कि वह इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। कृष्णमूर्ति ने कहा कि उन्हें खुशी है कि समुदाय के लोग मंदिर के समर्थन में रैली निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें कट्टरता के सभी रूपों के खिलाफ एकजुटता से खड़ा होना चाहिए। जिन्होंने तोड़-फोड़ की है उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” सांसद श्री थानेदार ने भी ‘तोड़-फोड़ के इस शर्मनाक कृत्य’ की कड़े शब्दों में निंदा की है। कैलिफोर्निया से सांसद बारबरा ली, ओहियो से सांसद नीरज अंतानी ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हम कैलिफोर्निया में श्री स्वामीनारायण मंदिर को नुकसान पहुंचाने की घटना की निंदा करते हैं। हम नेवार्क पुलिस विभाग के प्रयासों का स्वागत करते हैं ताकि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जा सके।” कैलिफोर्निया के नेवार्क में पुलिस विभाग ने ‘पीटीआई-भाषा’ को एक ई-मेल बयान में कहा कि शुक्रवार सुबह लगभग 8:35 बजे, पुलिस को श्री स्वामीनारायण मंदिर में दीवारों पर नारे लिखने की सूचना मिली।

बयान में कहा गया कि अधिकारी हरकत में आए और मंदिर के प्रबंधन सदस्यों से मुलाकात की जिन्होंने इसे डराने वाला कृत्य बताया। बयान में कहा गया, ‘‘दीवारों पर लिखे नारों की सामग्री के आधार पर यह माना जाता है कि विरूपण करना मकसद था और मामले की संभावित घृणा अपराध के रूप में जांच की जा रही है।” सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास ने मंदिर को विरूपित करने की कड़ी निंदा की।

वाणिज्य दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हम कैलिफोर्निया के नेवार्क में एसएमवीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखकर विरूपित करने की कड़ी निंदा करते हैं।” वाणिज्य दूतावास ने लिखा, ‘‘इस घटना से भारतीय समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। हमने इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा त्वरित जांच और नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए दबाव डाला है।” सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों के अनुसार खालिस्तान शब्द के साथ अन्य आपत्तिजनक नारे मंदिर के बाहर एक ‘साइनपोस्ट’ पर स्प्रे-पेंट किये गये थे।

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