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इसरो प्रमुख सिवन ने कहा- फिर से करेंगे सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास…

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख के. सिवन ने चंद्रयान पर सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर बड़ा बयान दिया है। इसरो के 50 साल पूरे होने के मौके पर सिवन ने आईआईटी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 कहानी का अंत नहीं हैं, भविष्य में सॉफ्ट लैंडिंग के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। सिवन ने कहा कि आने वाले महीनों में कई एडवांस सैटलाइट्स लॉन्च करने की योजना है। उन्होंने कहा, आप सभी लोग चंद्रयान-2 मिशन के बारे में जानते हैं। तकनीकी पक्ष की बात करें तो यह सच है कि हम विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग नहीं करा पाए, लेकिन पूरा सिस्टम चांद की सतह से 300 मीटर दूर तक पूरी तरह काम कर रहा था।

के. सिवन ने आगे कहा कि हमारे पास बेहद कीमती डेटा उपलब्ध है। मैं आप लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि भविष्य में इसरो अपने अनुभव और तकनीकी दक्षता के जरिए सॉफ्ट लैंडिंग का हरसंभव प्रयास करेगा।

आदित्य मिशन और मानव यान पर कर रहे हैं काम
इसरो प्रमुख ने कहा कि आदित्य एल 1 सौर मिशन और मानव अंतरिक्षयान कार्यक्रम पर अभी हम काम कर रहे हैं। आने वाले महीनों में हम बड़ी संख्या में उन्नत सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहे हैं। एसएसएलवी दिसंबर या जनवरी में अपनी उड़ान भरेगा। 200 टन सेमी-क्रायो इंजन का परीक्षण भी जल्द ही शुरू हो जाएगा। मोबाइल फोन पर एनएवीआईसी सिग्नल भेजने पर भी जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा, जिससे समाज की जरूरतों के हिसाब से बड़ी संख्या में एप्लीकेशन विकसित किए जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन पर रास्ता या लोकेशन के तलाश करने के लिए दिसंबर तक भारतीय नाविक (नेविगेशन विद इंडियन कॉन्सटेलेशन ) काम करना शुरू कर देगा। दीक्षांत समारोह से पहले इसरो प्रमुख ने संस्थान में एक स्पेस टेक्नोलॉजी सेल स्थापित करने के लिए आईआईटी दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ आईआईटी दिल्ली अन्य प्रीमियर संस्थानों आईआईएससी बंगलूरू, आईआईटी बॉम्बे जैसे संस्थानों की लीग में शामिल हो जाएगा।

मेरे समय में नहीं थे ज्यादा अवसर
भारत में तकनीकी शिक्षा के लिए आईआईटी को महत्वपूर्ण संस्थान करार देते हुए सिवन ने कहा कि मैं तीन दशक पहले आईआईटी बॉम्बे से स्नातक किया था। तब नौकरियों की स्थिति आज जैसी नहीं थी। उन्होंने कहा कि उस दौर में विशेषज्ञता के क्षेत्र में सीमित ही विकल्प थे, लेकिन आज काफी अवसर हैं। आज के दौर में अस्थिरता, अनिश्चितता और जटिलता बढ़ी है। हालांकि, उन्होंने आईआईटी के छात्रों से कहा कि आप सभी लोग इन सभी स्थितियों से निपटने में पिछली पीढ़ी के मुकाबले ज्यादा सक्षम हैं।

नसीहत जुनून और अपनी रुचियों से जुड़ी नौकरी चुनें
सिवन ने छात्रों को कॅरियर के बारे में नसीहत भी दी। उन्होंने कहा, आप इस बात को हमेशा ध्यान रखें कि जीवन एक ही है और कॅरियर के विकल्प बहुतेरे मिलते हैं। आपको अपनी स्वाभाविक प्रतिभा और कॅरियर में संतुलन बनाकर चलना होगा। आप सभी को अपने जुनून और स्वाभाविक प्रतिभा को पहचानने और अपने कॅरियर में तालमेल बिठाने की जरूरत है। ऐसी नौकरी चुनें जो आपके जुनून और रुचियों से जुड़ी हो। पैसे के लिए नौकरी चुनने के बजाय अपनी खुशी के लिए चुनें। आप जो करते हैं, उसमें अच्छे रहें। याद रखें, केवल जुनून सफलता के लिए आवश्यक नहीं है। आपको कौशल और ताकत की भी आवश्यकता है।

सफल कॅरियर के लिए सुपर जीनियस होेने की जरूरत नहीं
इसरो प्रमुख ने कहा, अपने कॅरियर, शिक्षा या व्यवसाय में सफल होने के लिए, आपको सुपर इंटेलिजेंट या जीनियस होने की आवश्यकता नहीं है। आपको टॉपर बनने की आवश्यकता नहीं है, आपको शानदार नंबरों की आवश्यकता नहीं है। आपको बस ध्यान भटकाने और समय बर्बाद करने वाली गतिविधियों को समाप्त करने की आवश्यकता है। भगवान की खातिर, एक नकलची मत बनो।

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