अन्तर्राष्ट्रीय

केंचुए की मदद से मंगल पर रहेगा इंसान

लंदन : मंगल पर मानव के जाने का सपना पूरा होने वाले हैं, क्योंकि वैज्ञानिकों ने एक ऐसी खोज की है जो इस बात की ओर इशारा करती है कि इंसानों के लिए मंगल ग्रह पर जीवन निर्माण करना संभव है। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग के जरिए साबित किया है कि इंसानों के साथ रहने वाले वो जीव भी मंगल ग्रह की मिट्टी में भी जिंदा रह सकते हैं जो मानव जीवन को आगे बढ़ाने में बेहद सहायक हैं। नीदरलैंड के एक रिसर्च सेंटर में वैज्ञानिकों ने पहली बार दो ऐसे केंचुए ढूंढे हैं जो मार्स प्लैनेट की मिट्टी में जिंदा रह रहे हैं। इस प्रयोग को लाल ग्रह पर जीवन शुरू करने के नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है। केंचुए धरती की मिट्टी को फसलों के लिए उपजाऊ बनाने में सबसे ज्यादा मददगार जीव होते हैं। अगर ये जीव मंगल की मिट्टी में भी जिंदा रह रहे हैं तो इससे आने वाले समय में मंगल ग्रह पर फसल बोई जा सकती है जो कि इंसानों के जीवन के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।
रिसर्चरों का कहना है कि मंगल पर जीवने के लिए पर्याप्त रूप से खेती करना सबसे ज्यादा जरूरी है। इस चीज में केंचुए सबसे अधिक मददगार होते हैं क्योंकि वो जैविक खाद बनाने में योगदान करते हैं। वो मिट्टी के अंदर गढ्ढे बनाकर उसे ज्यादा उपजाऊ बनाते हैं जिससे पेड़-पौधों को तक पानी पहुंचाने में मदद मिलती है। हालांकि रिसर्चरों का कहना है कि ये जीव मंगल के गुरुत्वाकर्षण में कितने समय तक जीवित रह सकते हैं इसे लेकर अभी और रिसर्च होनी हैं।

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