स्वास्थ्य

गर्भवती किशोरियों को और अधिक गर्भाधान का खतरा

दस्तक टाइम्स/एजेंसी

gbलंदन। ऐसी किशोरियां जो इस उम्र में गर्भवती हो जाती हैं, उन्हें किशोरवय में आगे भी गर्भाधान का खतरा बढ़ जाता है। जर्नल ऑफ एडोलेसेंट हेल्थ में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि इंग्लैंड और वेल्स में गर्भपात कराने वाली एक चौथाई से अधिक किशोरियां पहले भी गर्भवती हो चुकी थीं। मैकडेड ने कहा कि सभी किशोरियों का गर्भाधान, पहला गर्भाधान नहीं होता, इसलिए दूसरी या तीसरी बार गर्भवती होने वाली किशोरियों की सटीक संख्या का पता लगाना जरूरी है। शोधकर्ताओं ने 1992 से 2०13 के बीच इंग्लैंड और वेल्स में गर्भपात के राष्ट्रीय आंकड़ों का विश्लेषण किया। 2०13 में गर्भपात कराने वाली लगभग 23 फीसदी किशोरियां पहले भी गर्भवती हो चुकी थीं। पांच फीसदी से कम पहले भी दो बार या तीन बार गर्भवती हो चुकीं थी, लेकिन 1992 और 2००2 में यह संख्या दोगुनी हो गई। इंग्लैंड में यूनिवर्सिटी ऑफ इस्ट एैंग्लिया की प्रमुख शोधकर्ता लिजा मैकडेड के मुताबिक, ‘‘हमारे शोध के परिणामों से स्पष्ट होता है कि युवा महिलाएं जो गर्भवती हो जाती हैं, उन्हें अनियोजित, गलत समय पर और अनिच्छित गर्भाधान के उच्च खतरे के वर्ग में रखा जा सकता है।’’मैकडेड ने कहा कि अध्ययन इस वर्ग से संबंधित युवतियों में प्रजनन या गर्भपात के बाद गर्भनिरोधक उपाय लागू करने के महत्व पर जोर देता है।

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